लखनऊ: धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर भी अब बदमाशों के निशाने पर हैं. हाल ही में चिनहट थाना क्षेत्र में कार सवार बदमाशों ने डॉक्टर पर जानलेवा हमला किया था, जिसमें डॉक्टर को गंभीर चोटें आई थी. वहीं अब एक और मामले ने राजधानी के डॉक्टरों में खौफ पैदा कर दिया है. दरअसल, बालागंज कैंपवेल रोड पर रहने वाले एक डॉक्टर की 10 साल की बेटी को 26 मई को अपहरण का प्रयास किया गया. वहीं इस मामले को लेकर जब डॉक्टर ने ठाकुरगंज पुलिस स्टेशन का रुख किया, तो पुलिस ने मामले को दर्ज करने में आनाकानी करने लगी.
एसीपी ने लिया मामले का संज्ञान
इस पूरे मामले में जब डॉक्टर ने एसीपी चौक आईपी सिंह से गुहार लगाई तो एसीपी ने बेटी की सुरक्षा को लेकर आश्वासन दिया. बताया जा रहा है कि टेंपल रोड अमन विहार के रहने वाले डॉक्टर की बेटी 26 मई को घर के पास में एक दुकान से कुछ सामान लेने गई थी, उसी दौरान उसे चॉकलेट दिलाने का झांसा देकर पहले बच्ची को अपने साथ ले जाने की कोशिश की, लेकिन जब बच्ची उसके झांसे में नहीं आयी तो आरोपी ने उसे उठाकर ले जाने का प्रयास किया. मगर, बच्ची के शोर मचाने पर आस-पड़ोस के लोग वहां आ गए. जिसके बाद आरोपी बच्ची को छोड़कर भाग निकला.
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लखनऊ पुलिस पर सवाल
यह पहला मामला नहीं है, जिसमें पीड़तों को दर-दर भटकना पड़ा हो. लखनऊ कमिश्नरेट में ऐसे थाने हैं, जहां पर मुकदमा लिखवाना इतना आसान काम नहीं है. यहां मुकदमा तभी लिखा जाता है, जब ऊपर का अधिकारी थानेदार को इशारा करते हैं. लखनऊ पुलिस आखिर मुकदमा लिखने में क्यों कतराती है, ये भी एक बड़ा सवाल है.