लखनऊः एटीएस ने फर्जी कागजों पर शस्त्र एवं कारतूस खरीदकर उन्हें सप्लाई करने वाले 50 हजार के इनामी तस्कर को शनिवार को झारखंड के देवघर से गिरफ्तार किया है. आरोपी ने पूछताछ में कई राज उगले हैं. उसने कानपुर नगर के कुछ गन हाउसों द्वारा कूट रचित प्रपत्रों एवं शस्त्र लाइसेंसों पर शस्त्रों एवं कारतूसों की बिक्री की बात कुबूली है. एटीएस ने आरोपी को संबंधित न्यायलय में पेश किया. वहां से ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ ला रही है. लखनऊ में एटीएस आरोपी से पूछताछ कर उसके बताएं तथ्यों की जांच करेगी.

प्रदेश के आतंकवाद निरोधक दस्ता के पुलिस महानिरीक्षक के मुताबिक, मूलरूप से बिहार में खगड़िया के थाना गोगरी कठघरा निवासी आरोपी राज किशोर कई मुकदमों में वांछित था. जांच में पता चला कि कानपुर नगर के कुछ गन हाउसों से उसने कूटरचित प्रपत्रों एवं शस्त्र लाइसेंसों पर शस्त्रों एवं कारतूसों की बिक्री की है. आरोपी राजकिशोर राय ने अन्य व्यक्तियों के नाम पते से बनवाए गए शस्त्र लाइसेंसों पर .315 बोर की 04 रायफल (इन्डियन ऑर्डिनेंस फैक्ट्री) मय 40 कारतूस, 01 बन्दूक 12 बोर मय 10 कारतूस पूर्वांचल गन हाउस और एके नियोगी एंड कंपनी कानपुर से खरीदे थे. दर्ज होने के साथ ही पुलिस को राजकिशोर की तलाश थी. शनिवार को एटीएस ने झारखण्ड के देवघर से राजकिशोर को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी राजकिशोर अपने रहने का अड्डा बदलता रहता था. वह बिहार के गोगरी से पूर्व हापुड़ में बहादुरगढ़ के बिहुनी में रहता था. अभी हॉल ही में वह बिहार में मुंगेर थाना कासिम बाजार बेलन बाजार में शिफ्ट हुआ था.
गैंग के कई सदस्य एटीएस के रडार पर
राज किशोर राय के गैंग में कई और सदस्य शामिल हैं. राजकिशोर ने कई और नाम भी कबूले हैं. एटीएस उन नामों की तस्दीक करने के बाद उनसे पूछताछ करेगी. कारतूस खरीदने वाले भी कई लोग एटीएस के राडार पर हैं.