लखनऊ: उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी सभागार में अटल काव्य कला नर्तन शीर्षक कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें इंटरनेशनल आर्ट्स एंड कल्चरल फाउंडेशन बैंगलोर के कलाकारों ने भारत रत्न और देश पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की कविताओं पर शास्त्रीय नृत्यों की शानदार झलक पेश की.
दरअसल, इंटरनेशनल आर्ट्स एण्ड कल्चरल फाउंडेशन बैंगलोर एवं उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी के संयुक्त तत्वावधान में अटल काव्य कला नर्तन समारोह 14 मार्च को आयोजित हुआ. समारोह अकादमी के संत गाडगे जी महाराज प्रेक्षागृह में हुआ. समारोह के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी के उपाध्यक्ष डॉ. धन्नुलाल गौतम थे.
नृत्य के भावों में जी उठी अटल जी की कविता
समारोह में नृत्यांगनाओं ने देश की विभिन्न नृत्य शैली में पूर्व प्रधानमंत्री व भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की रचित कविताओं को अपने नृत्य की भाव-भंगिमाओं के जरिये प्रदर्शित किया.
नृत्यांगना अभिलाषा सिंह ने भरतनाट्यम में अटल जी कविता 'दस मंजिल ऊपर चढ़कर रावण को जलते देखा...' पर भावपूर्ण नृत्य प्रस्तुत किया. इसके बाद ओडसी नृत्यांगना मोनिका सिंह ने अपने नृत्य में अटल जी की कविता '...सपना टूट गया. पर भाव के साथ नृत्य प्रस्तुत किया. मेघा नायर में मोहनीअट्टम में, कुचिपुड़ी नृत्यांगना टी. रेड्डी लक्ष्मी और एमली घोष ने भी कथक में अटल जी की कविताओं पर नृत्य किया.