लखनऊ : आजमगढ़ के चिल्ड्रेन्स गर्ल्स स्कूल में हुई घटना में शिक्षक व प्रधानाचार्य की गिरफ्तारी के बाद प्रदेश के विभिन्न जनपदों के प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन इस मुद्दे पर खुलकर सामने आ गए हैं. मंगलवार को जहां एक ओर प्रदेश के सभी जनपदों में प्राइवेट व निजी स्कूलों ने अपने विद्यालयों को बंद रखा तो, वहीं इस मामले में लखनऊ में एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट स्कूल उत्तर प्रदेश की ओर से एक प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया. इस दौरान स्कूलों की सुरक्षा के लिए सरकार से जल्द से जल्द 'स्कूल सुरक्षा बिल' लाने की मांग की गई. एसोसिएशन ने इस संबंध में शासनादेश के माध्यम से गाइडलाइन लाने की सरकार से मांग की.
प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. अतुल कुमार ने कहा कि 'आजमगढ़ में हुई घटना निश्चित रूप से काफी दर्दनाक है. एसोसिएशन से जुड़े प्रबंधक व टीचर, बच्ची व उसके अभिभावकों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करते हैं. उन्होंने कहा कि इस घटना से हम सभी दुखी हैं. इस संबंध में बिना किसी जांच के स्कूल के शिक्षक व प्रधानाचार्य को धारा 305 के तहत गिरफ्तार करना पूरी तरह से गलत है. इससे प्रदेश के सभी शिक्षकों, प्रधानाचार्य और विद्यालय संचालकों में डर का माहौल है. उन्होंने कहा कि छात्रा के द्वारा आत्महत्या किया जाना वास्तव में अत्यंत दुखद है, लेकिन सवाल यह उठता है कि कैसे विद्यालय के प्रिंसिपल और शिक्षक इसमें दोषी हो सकते हैं.'
उन्होंने कहा कि 'स्कूलों में बच्चों के द्वारा मोबाइल फोन लाना माना है. ऐसे में बच्चों के माता-पिता उनको मोबाइल फोन क्यों देते हैं? जिसका बच्चे दुरुपयोग भी करते हैं. उन्होंने कहा कि आज वास्तविकता यह है कि किसी भी विद्यालय में जरा सी भी बात हो जाने पर अभिभावक एफआईआर की धमकी देते हैं और बच्चों ने शिक्षक, शिक्षिकाओं एवं विद्यालय को सम्मान देना भी बंद कर दिया है. उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि सभी बच्चों व अभिभावकों के द्वारा किया जाता है, लेकिन 2 से 5 प्रतिशत ऐसे अभिभावक उत्तर प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में मिल जाएंगे. उन्होंने कहा कि सच्चाई तो यह है कि आज बच्चों को कुछ भी कहने में शिक्षक डरते हैं क्योंकि उन्हें पता है कि बच्चे ने यदि कोई भी गलत कदम उठा लिया तो उन्हें ही दोषी ठहराया जाएगा. उन्होंने मांग की कि ऐसे में सरकार को इस संबंध में अति शीघ्र स्कूल सुरक्षा बिल या इस संबंध में कोई शासनादेश लाना चाहिए, जिससे इस बात का स्पष्ट उल्लेख किया जाए कि स्कूल में किसी प्रकार की भी घटना होने पर पहले उसकी पूरी जांच होगी, इसके बाद ही गिरफ्तार किया जाएगा. प्रेसवार्ता में संगठन के उपाध्यक्ष मंसूर हसन, सचिव बिजेंद्र शर्मा, संयुक्त सचिव पूनम, कोषाध्यक्ष रामविलास सहित कई पदाधिकारी मौजूद थे.
9 अगस्त समय पर खुलेंगे सभी विद्यालय : आजमगढ़ में हुई घटना के विरोध में प्रदेश के सभी निजी विद्यालय एक दिन के लिए बन्द रहे. अनएडेड स्कूल एसोसिएशन के प्रवक्ता सैफी यूनुस ने बताया कि 'मंगलवार को सभी विद्यालयों में उपस्थित स्टाफ ने आजमगढ़ चिल्ड्रंस गर्ल्स स्कूल में हुई दुर्घटना में दिवंगत छात्रा की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा. सभी विद्यालयों ने इस घटना पर दुख प्रकट किया. भविष्य में इस प्रकार की घटना न हो इसके लिए विचार किया. निजी विद्यालय संगठन द्वारा शासन से भी, ऐसी घटना यदि कहीं घटित हो, तो उसकी जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया जाये का आग्रह किया, जो प्रथम दृष्ट्या जांच करे. शासन द्वार अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के अनुरोध पर महानिदेशक स्कूल शिक्षा के द्वारा कार्यवाही प्रारम्भ कर दी गयी है व कमेटी गठन के लिए एसोसिएशन द्वारा नाम मांग लिए गए हैं. उन्होंने बताया कि 9 अगस्त 2023 से उत्तर प्रदेश के समस्त निजी विद्यालय विधिवत संचालित किए जाएंगे.'
यह था मामला : नगर के हरबंशपुर स्थित एक प्रतिष्ठित गर्ल्स स्कूल में एक छात्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में तीसरी मंजिल से गिरकर मौत हो गई थी. बीते सोमवार को वह स्कूल में घर से पढ़ने के लिए गई थी कि संदिग्ध परिस्थियों में उसकी तीसरी मंजिल से गिरने से मौत हो गई थी. जानकारी के बाद स्कूल प्रशासन में हडकंप मच गया था. सीओ सिटी के नेतृत्व में फारेंसिक व डॉग स्क्वायड की टीम मौके पर पहुंची थी और घटना की छानबीन में जुट गई थी. छात्रा को इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जबकि परिजनों का आरोप था कि उनकी बेटी की पहले ही मौत हो चुकी थी. परिजनों ने स्कूल प्रशासन पर बेटी की हत्या किए जाने का आरोप लगाते हुए कहा था कि साक्ष्यों को स्कूल प्रशासन ने मिटा दिया. बीते गुरूवार को पुलिस ने इस मामले में काॅलेज की प्रिंसिपल सोनम मिश्र निवासी खत्री टोला, चौक शहर कोतवाली और क्लास टीचर अभिषेक राय निवासी कृष्णा बिहार गली ख्वाजा जहांपुर थाना कोतवाली जनपद मऊ को गिरफ्तार कर लिया था. प्रिंसिपल के पास से छात्रा का मोबाइल फोन भी बरामद किया गया था. इस मामले में एसपी ने दावा किया है कि अब तक की विवेचना में छात्रा को मानसिक प्रताड़ना दी गई थी, जिसके बाद छात्रा ने छत से कूदकर जान दे दी थी.