लखनऊ : ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी बुधवार को लखनऊ पहुंचे और सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर से मुलाकात की. इस दौरान दोनों पार्टियों के नेताओं ने आगामी विधानसभा चुनाव में साथ लड़ने की सहमति भी जताई है. मुलाकात के बाद असदुद्दीन ओवैसी ने पत्रकारों से बातचीत की और पश्चिम बंगाल चुनाव पर चर्चा करते हुए ममता बनर्जी पर हमला बोला.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में एआईएमआईएम चीफ ने ममता बनर्जी को नसीहत देते हुए कहा कि वह अपनी पार्टी को संभालें, हमारी पार्टी पर आरोप लगाने से उनका भला नहीं होने वाला है. गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने बयान में कहा था कि एआईएमआईएम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पैसा लेकर अल्पसंख्यक वोटों को बेच रहे हैं. असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि ममता बनर्जी बौखलाहट की शिकार हैं. उनके लोग पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में जा रहे हैं, इस कारण ममता बनर्जी अनर्गल बयान दे रही हैं असदुद्दीन ओवैसी ने बताया कि हम बिकने वाले नहीं हैं, पैसे से कोई हमें नहीं खरीद सकता.
" गुजरात दंगों के बाद ममता को अल्पसंख्यकों की याद क्यों नहीं आई"
असदुद्दीन ओवैसी ने तंज कसते हुए कहा कि अटल बिहारी वाजपेई के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार में ममता बनर्जी भागीदार रही हैं. जब गुजरात में दंगा हुआ था तो उन्हें अल्पसंख्यकों की याद नहीं आई थी. उन्होंने कहा कि जो पार्टी भारतीय जनता पार्टी के साथ सरकार में सहयोगी रही हो, उससे अल्पसंख्यकों को कितनी उम्मीद रखनी चाहिए. एआईएमआईएम चीफ ने कहा कि उनकी पार्टी पश्चिम बंगाल के चुनाव पूरे दम से लड़ेगी.
"ममता बनर्जी कर रही है बिहार के वोटरों की तौहीन"
असादुद्दीन ओवैसी ने ममता बनर्जी पर बिहार के मतदाताओं की तौहीन करने का आरोप लगाया . गौरतलब है कि ममता बनर्जी ने बिहार विधानसभा के बाद टिप्पणी की थी कि बिहार के वोटर नासमझ है और नासमझी में उन्होंने एआईएमआईएम के उम्मीदवारों को वोट दिया है.
बता दें कि बिहार विधानसभा में मिली चुनावी कामयाबी के बाद जहां एआईएमआईएम के हौसले बुलंद हैं, वहीं अन्य विपक्षी पार्टियां गाहे-बगाहे ओवैसी की पार्टी पर सवालिया निशान खड़े कर रही है. विपक्षी पार्टियों का आरोप है कि असदुद्दीन ओवैसी भारतीय जनता पार्टी के समर्थन में अपने प्रत्याशी खड़े करते हैं. ओवैसी ने इन आरोपों को निराधार बताया.