लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजनीति में हर रोज नए गठबंधन सामने आ रहे है. ऐसे में अब असादुदीन ओवैसी, पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा और वामन मेश्राम ने मिलकर भागीदारी परिवर्तन मोर्चा तैयार किया है. इसकी घोषणा ओवैसी ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान की. इस दौरान ओवैसी ने कहा कि यूपी के विधानसभा चुनाव में भागीदारी परिवर्तन मोर्चा के चेहरे बाबू सिंह कुशवाहा होंगे. सरकार बनने पर ढाई-ढाई साल 2 मुख्यमंत्री होंगे. जिसमें एक दलित और ओबीसी होंगे और 3 उप मुख्यमंत्री होंगे, जिसमें एक मुसलमान होगा.
सूत्रों के मुताबिक, अखिलेश यादव और कांग्रेस से बात न बनते देख अब असादुदीन ओवैसी ने यूपी में एक नया गठबंधन बनाया है. ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन ने बाबू सिंह कुशवाहा की जनाधिकार पार्टी और वामन मेश्राम की बहुजन मुक्ति पार्टी के साथ प्रदेश की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. इस गठबंधन का ऐलान खुद असादुदीन ओवैसी आज लखनऊ में कर सकते हैं. कहा ये भी जा रहा है कि बाद में कुछ और छोटे दलों को इस गठबंधन में शामिल किया जा सकता है.
माना जाता है कि उत्तर प्रदेश में मौर्य, कुशवाहा और शाक्य 6 फीसदी के साथ ओबीसी की तीसरी बड़ी जाति हैं. बसपा सरकार में पूर्व मंत्री रहे बाबू सिंह कुशवाहा की इन जातियों में पैठ मानी जाती है. लखनऊ व इसके आसपास पूर्वांचल तक मौर्य समुदाय प्रभावी स्थिति में है. वहीं, बुंदेलखंड में कुशवाहा समाज का बाहुल्य है. एटा, बदायूं, मैनपुरी, इटावा तथा इसके आसपास जिलों में शाक्य समाज काफी प्रभावी है. हालांकि बाबू सिंह कुशवाहा इससे पहले बीजेपी व सपा के संपर्क में थे, लेकिन वहां सीटों को लेकर बात आगे नही बढ़ सकी थी. वहीं, बामसेफ व बहुजन मुक्ति पार्टी भी पिछले कई सालों से यूपी में दलितों में पैठ बनाने की कोशिश कर रही हैं.
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सूत्रों के मुताबिक, ओवैसी, मेश्राम और बाबू सिंह कुशवाहा के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर बातचीत हो गई है. ये भी तय हुआ है कि यह गठबंधन बाबू सिंह कुशवाहा के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ेगा. यही नहीं इस गठबंधन का सीएम चेहरा भी कुशवाहा ही होंगे. फिलहाल आज इसका ऐलान हो सकता है.
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