लखनऊ : जनवरी 2024 में लखनऊ की सरजमीं पर इतिहास बनेगा. पहली बार 15 जनवरी को लखनऊ में सेना दिवस परेड आयोजित होगी. देश की छह कमांड में से एक मध्य कमान को इस बार यह मौका दिया गया है. इसके लिए मध्यकमान की तरफ से तैयारी शुरू कर दी गई हैं.
मध्य कमान के अधिकारी बताते हैं जिस जिस तरह के दिशा-निर्देश मिनिस्ट्री आफ डिफेंस की तरफ से आएंगे उनका अनुपालन किया जाएगा. अगले साल के पहले माह में इस बड़े आयोजन से पहले प्रस्तावना के रूप में मध्य कमान की तरफ से पहली बार हाफ मैराथन का आयोजन किए जाने की तैयारी हो गई है. भारतीय सेना की मध्य कमान जिसे सूर्या कमान के नाम से भी जाना जाता है, न सिर्फ अपने रैंकों में, बल्कि देश के आठ राज्यों में फैले परिक्षेत्र की आबादी के बीच भी स्वास्थ्य और फिटनेस को बढ़ावा देने के लिए विख्यात है. पहली बार सूर्या हाफ मैराथन का अगले माह 19 नवंबर को मध्य प्रदेश के जबलपुर में आयोजन किया जाएगा. इस कार्यक्रम का विषय "सूर्यमान रहो, गतिमान रहो" है. जो सूर्या कमान के सिद्धांत और हममें से प्रत्येक के अंदर रहने वाली अदम्य भावना और ऊर्जा का प्रतीक है.
मध्य कमान के जनसंपर्क अधिकारी शांतनु प्रताप सिंह ने बताया कि मैराथन में तीन श्रेणियां होंगी. जिनमें से प्रत्येक को प्रतिभागियों को चुनौती देने और शुरुआती से लेकर उन्नत स्तर के एथलेटिक्स तक सभी फिटनेस स्तरों के लिए अवसर प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है. धावक हाफ मैराथन (21.0975 किलोमीटर), 10 किलोमीटर दौड़ या पांच किलोमीटर दौड़ में से चुन सकते हैं. पोडियम फिनिशरों के लिए प्रत्येक श्रेणी में आकर्षक पुरस्कार और सभी प्रतिभागियों के लिए उच्च गुणवत्ता वाली रेस किट के साथ सभी धावक जबलपुर छावनी के परिवेश में घूमने के दौरान एक शानदार अनुभव की उम्मीद कर सकते हैं. इस मार्ग की योजना जबलपुर छावनी के हरे-भरे वातावरण का अनुभव कराने के लिए बनाई गई है. यह शहर की समृद्ध सैन्य विरासत को गौरवान्वित करने वाले विभिन्न ऐतिहासिक स्थलों से होकर गुजरता है और प्रतिभागियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित करता है. मैराथन पहचान के वैध प्रमाण के साथ भारत के सभी नागरिकों के लिए खुला है. यह फिटनेस की दिशा में पहला कदम उठाने और खुद को चुनौती देने का एक उत्कृष्ट अवसर है.
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