लखनऊ: आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी राज्यसभा सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) ने कहा कि ईडब्ल्यूएस कोटे (EWS Quota) से भाई को नौकरी दिलाने वाले मंत्री सतीश द्विवेदी को सरकार बर्खास्त करे. इसके अलावा प्रमाण पत्र निर्गत करने वाले उप जिलाधिकारी और विश्वविद्यालय के कुलपति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए.
भाई का इस्तीफा महज नाटक
पत्रकारों से वार्ता करते हुए संजय सिंह ने कहा कि मंत्री सतीश द्विवेदी (Satish Dwivedi) के भाई डॉ. अरुण द्विवेदी वनस्थली विश्वविद्यालय, राजस्थान में कार्यरत थे और उनकी पत्नी बिहार में असिस्टेंट प्रोफेसर की नौकरी कर रही हैं. ऐसी स्थिति में वह गरीब कैसे हो सकते हैं, जबकि बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री कह रहे हैं कि वह गरीब हैं. संजय सिंह ने कहा कि कुलपति जानते थे कि ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट सिर्फ 1 साल के लिए वैलिड होता है. 2019 में जारी सर्टिफिकेट के आधार पर कुलपति ने कैसे उन्हें नियुक्त कर दिया. लेखपाल कह रहा है कि उन्होंने रिपोर्ट नहीं लगाई. ऐसी स्थिति में एसडीएम ने सर्टिफिकेट कैसे जारी कर दिया. इस मामले में दोनों की गिरफ्तारी होनी चाहिए.
मंत्री ने खरीदी करोड़ों की जमीनें, लोकायुक्त से करेंगे शिकायत
संजय सिंह ने कहा कि मंत्री बनने के बाद सतीश द्विवेदी ने अपनी मां के नाम पर करोड़ों की जमीन खरीदी. जमीन खरीद में भी सर्किल रेट की अनदेखी की गई. आयकर विभाग यदि मंत्री के घर छापा मारे तो उनकी तुरंत गिरफ्तारी हो सकती है. संजय सिंह ने खरीदी गई जमीनों की फोटोस्टेट प्रति भी दिखाई और कहा कि ऐसे और घोटाले सामने आएंगे. वह सभी मामलों को लोकायुक्त के पास ले जाएंगे और उनसे जांच कराने का आग्रह करेंगे.
ये भी पढ़ें - शिक्षा मंत्री के भाई गरीब कोटे से बन गए प्रोफेसर, राजभवन ने किया जवाब तलब
शव की रामनामी भी उतरवा रही योगी सरकार
संजय सिंह ने कहा कि राम का नाम लेकर सत्ता में आई योगी सरकार अब गंगा किनारे दफन शवों के ऊपर से रामनामी भी खिंचवा रही है. ऐसे वीडियो सामने आने के बाद लोग अवाक रह गए हैं. उन्होंने कहा कि जब मंत्री भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं तो मुख्यमंत्री अपने आप को कैसे ईमानदार कह सकते हैं.