लखनऊ: अपना दल (कमेरावादी) कमेरावादी की राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में समर्थक लालबाग स्थित पार्टी कार्यालय से राजभवन तक पैदल कूच करना चाहते थे. राज्यपाल को मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपना था, लेकिन इससे पहले ही कार्यालय के सामने बड़ी संख्या में तैनात पुलिस बल ने समर्थकों को रोक लिया, जिससे दोनों पक्षों में हल्की नोकझोंक भी हुई, लेकिन पुलिस ने समझा-बुझाकर मामला शांत करा लिया. मौके पर ही राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन लेकर राजभवन पहुंचाने का आश्वासन दिया.
मंडल कमीशन की सभी संस्तुतियों को लागू करने, जातीय जनगणना कराने, शिक्षक भर्ती को पूरा करने, शिक्षामित्रों और होमगार्डों को बराबर वेतन देने जैसी मांगों को लेकर अपना दल (कमेरावादी) की राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल ने राजभवन जाने का फैसला लिया. उनका कहना था कि पहले ही इसके लिए राजभवन को सूचित कर दिया गया था. समर्थकों के साथ राजभवन कूच करना था, लेकिन पुलिस ने ऐसा नहीं होने दिया. 100 मीटर तक कार्यकर्ताओं को जाने दिया. इसके बाद रोक लिया गया. राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल ने कहा कि सरकार हमारी आवाज दबाना चाहती है.
पैदल मार्च करने से पहले कार्यालय पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान केंद्र सरकार जातिवार जनगणना से इनकार कर रही है और प्रदेश सरकार शिक्षक भर्ती में ओबीसी आरक्षण घोटाला कर रही है. ये इन सरकारों के सामाजिक न्याय विरोधी कार्य प्रणाली का साक्षात प्रमाण है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने जहां एक तरफ चुनावी लाभ के लिए पिछड़े वर्ग के 27 नए मंत्री बनाए तो वहीं दूसरी तरफ पिछड़े वर्ग को दीर्घकालिक शैक्षणिक, सामाजिक और आर्थिक हानि पहुंचाने के लिए जातिवार जनगणना से मना कर रही है. सरकार में शामिल पिछड़े वर्ग के नेताओं की चुप्पी आपत्तिजनक है. इसका अपना दल (कमेरावादी) पुरजोर विरोध करता है. देश भर में इसके खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा.
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कृष्णा पटेल ने कहा कि सरकार को चेतावनी दी है कि अगर शीघ्र ही अपना दल (कमेरावादी) की समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो कार्यकर्ता प्रदेश भर में सड़कों पर उतर कर सरकार के खिलाफ आंदोलन करेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार ओबीसी की अनदेखी क्यों कर रही है? इसका केंद्र और प्रदेश सरकार को जवाब देना चाहिए. ओबीसी के रिक्त पदों पर तत्काल भर्ती करनी चाहिए.