लखनऊ : समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक शिवपाल सिंह यादव ने गुरुवार को बयान दिया कि अयोध्या में 1990 में कारसेवकों के खिलाफ जो गोली कांड हुआ था, वह संविधान को बचाने के लिए किया गया था. इस पर मुलायम सिंह यादव और शिवपाल सिंह यादव की पुत्रवधू और भारतीय जनता पार्टी की नेता अपर्णा बिष्ट यादव का कहना है कि वे जो बोल रहे हैं, वह उनसे ही पूछा जाना चाहिए. मेरे मन में तो बलिदानी कारसेवकों के प्रति बहुत सम्मान है. बलिदानी मेरे लिए आदरणीय हैं और यह डिबेट का टॉपिक नहीं है.
प्राण प्रतिष्ठा में आने का मिला न्यौता : अपर्णा बिष्ट यादव को राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आने का निमंत्रण गुरुवार को प्राप्त हुआ है. निमंत्रण प्राप्त होने पर प्रअपर्णा यादव ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि मैं बहुत खुश हूं, मन आह्लादित है. बता दें कि अपर्णा यादव ने हाल ही में एक राम भजन अयोध्या में गाया था. इसको लेकर अपर्णा यादव ने कहा कि 'मैंने गुरु रामभद्राचार्य जी के कार्यक्रम में भजन गाया था. इसके अलावा मैंने सुंदर कांड भी गाया है. वह You tube पर उपलब्ध है. आदेश श्रीवास्तव के साथ सुन्दर कांड गाया गया है'.
कारसेवकों के पर गोली कांड : शिवपाल सिंह यादव के बयान को लेकर अपर्णा यादव ने कहा कि वे अपने हिसाब से बात कर रहे हैं. ये सवाल तो उनसे ही पूछिए. राम पर जाकर सारे विवाद समाप्त हैं. राम डिबेट का टॉपिक नहीं है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ही कहा है कि कोर्ट ने हर पक्ष को सुना था. सभी ने अपने पक्ष रखे थे और इसके बाद कोर्ट ने बिना किसी दंगे फसाद के पूरे विवाद को सुना और राम मंदिर के पक्ष में फैसला सुनाया था. इसलिए अब सारे विवाद समाप्त हो जाने चाहिए.
30 अक्टूबर और 2 नवंबर 1990 को कारसेवकों का अयोध्या में बलिदान पर अपर्णा बिष्ट यादव ने कहा कि बलिदानी कारसेवकों के लिए मैं कहूंगी कि वे सब बहुत आदरणीय हैं. मैं कारसेवकों के बलिदान के दिन अपने पिता के साथ थी. मेरे पिता की जान रामनामी दुपट्टे से बची थी. कारसेवकों पर जो अत्याचार हो रहे थे. वह मैंने अपनी आंखों से देखे और एक रामनवमी दुपट्टे की वजह से किस तरह से मेरे पिता की जान बची थी वह भी देखा था. राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का जिस तरह से मुझे निमंत्रण मिला है मैं अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रही हूं.
मुलायम सिंह की पुत्रवधू अपर्णा अब बजरंगबली की शरण में, बोलीं-मैं लक्ष्य की ओर बढ़ रही हूं