लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत एंटी करप्शन संगठन सक्रिय नजर आ रहा है. पिछले 3 वर्षों से लगातार एंटी करप्शन संगठन की कार्रवाई का ग्राफ ऊपर बढ़ा है. वर्ष 2019 में अब तक एंटी करप्शन संगठन ने 95 कर्मचारियों को घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है.
तीन सालों में 53 से बढ़कर 95 पहुंचा आंकड़ा
- वर्ष 2017 में 53 कर्मचारियों को घूस लेते गिरफ्तार किया गया.
- वर्ष 2018 में 80 कर्मचारियों को रंगे हाथों घूस लेते गिरफ्तार किया गया.
- वर्ष 2018 की तुलना 2019 में 15% कार्रवाई में वृद्धि हुई है.
- वह वर्ष 2017 की तुलना में वर्ष 2019 में 42% कार्रवाई में वृद्धि हुई है.
- एंटी करप्शन संगठन की स्थापना 1977 में हुई थी.
- इस संगठन का मुख्य उद्देश्य सरकारी कर्मचारियों द्वारा ली जाने वाले घूस पर लगाम लगाना है और उनके खिलाफ कार्रवाई करना है.
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संगठन द्वारा लगातार कार्रवाई की संख्या में वृद्धि हो रही है. इससे साबित होता है कि हम भ्रष्टाचार के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़ रहे हैं. योगी सरकार की मंशा है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाए, जिस को जमीन पर उतारने के लिए लगातार प्रयास जारी है.
- राजीव मेहरोत्रा, एसएसपी, एंटी करप्शन संगठन