लखनऊ : सीतापुर रोड स्थित हाथी बाबा मंदिर में हर वर्ष की भांति इस बार भी 61वें वार्षिक भंडारा का आयोजन किया गया. इस भंडारे में राजधानी लखनऊ के अलग-अलग हिस्सों से संत समागम पहुंच कर भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया. हाथी बाबा का मंदिर अपने आप में कई प्राचीन मान्यताओं को भी समेटे हुए हैं. यह उत्तर प्रदेश के कोने-कोने में प्रसिद्ध है.
हाथी बाबा मंदिर की नीव सन 1960 में रखा गया
राजधानी लखनऊ के सीतापुर रोड स्थित हाथी बाबा मंदिर की नीव सन् 1960 में रखा गया था. हाथी बाबा मंदिर पर मौजूद महंत सीताराम दास की माने तो यह मंदिर सैकड़ों वर्ष पुराना है, जो अपने आप में कई महत्व को समेटे हुए हैं. वहीं स्थानीय लोगों का मानना है कि मंदिर पर जो भी मन्नत मांगता है उसकी मन्नते पूरी होती हैं. सीताराम दास ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस बार भी वार्षिक भंडारा का आयोजन किया गया है. वहीं सभी आए हुए अतिथियों को भंडारे का प्रसाद ग्रहण कराया गया.
लखनऊ सहित उत्तर प्रदेश के कई जिलों से पहुंचते हैं लोग
रविवार शाम 5:00 बजे के करीब हाथी बाबा मंदिर में 61वें भंडारा के कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जो हर वर्ष वार्षिक भंडारा के रूप में आयोजित किया जाता रहा है. वहीं इस भंडारा में राजधानी लखनऊ सहित उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों से संत समाज के लोग भंडारा में पहुंचते हैं. भंडारा के कार्यक्रम के पहले हाथी बाबा मंदिर में आरती, पूजा और पाठ को धूमधाम से संपन्न करते हुए, संत समाज के आए हुए सभी अतिथियों का सत सम्मान के साथ प्रसाद ग्रहण कराया गया.