लखनऊ: राजधानी लखनऊ के सरोजनी नगर विकासखंड के अंतर्गत आने वाले कल्ली पश्चिम गांव के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में बेटियों के पैदा होने पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसके मुख्य अतिथि लखनऊ के मुख्य विकास अधिकारी रहे. मुख्य विकास अधिकारी ने बच्चियों के परिवार के साथ केक काटकर उनके जन्म की खुशी मनाई और परिवार को झूला, पालना व स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए डस्टबिन और सहजन का पेड़ भी उपहार के रूप में दिया.
कन्या सुमंगला योजना की दी जानकारी
प्रदेश सरकार द्वारा कन्या सुमंगला योजना की शुरुआत की गई. इस योजना के तहत जब भी किसी परिवार में किसी बेटी का जन्म होगा और साथ ही साथ उसको अपने जीवन के विभिन्न चरणों पर जैसे जब्बा एक वर्ष की आयु पूरा कर लेती है उसका सारा टीकाकरण उसके माता-पिता के द्वारा करवाया गया है या फिर पहली कक्षा में एडमिशन लेती है जिसके बाद छठवीं और नवी अथवा स्नातक में एडमिशन लेती है. इसी तरह कुल 6 चरणों में उस कन्या व उसके परिवार को कुल 15000 तक की प्रोत्साहन धनराशि सरकार द्वारा दी जाएगी.
इस योजना में प्रावधान है कि यदि परिवार में 2 से अधिक बच्चे हैं तो वह परिवार इस योजना का लाभ नहीं उठा पाएगा. कहीं न कहीं योजना जनसंख्या नियंत्रण के लिए भी लाभकारी है. इस योजना का एक लक्ष्य और भी है कि सिर्फ बेटी के पैदा होने पर. बेटे की चाह में बच्चे पैदा न करें, बल्कि बेटियों को ही बेटों से ज्यादा प्यार और अवसर प्रदान करें यह योजना इस बात का प्रतीक है.
आज लखनऊ के कल्ली पश्चिम गांव में बेटियों के जन्म होने पर पूरे गांव के द्वारा उनके जन्म को त्योहार के रूप में मनाया गया है. करीब 10 बच्चियों का जन्म इस गांव में हुआ, जिसका जश्न केक काटकर मनाया गया. बच्चों के परिवार को तोहफे के रूप में झूला, पालना और मिठाई दी गई. यह इसलिए है जिससे हम अपनी बेटियों को वही अवसर प्रदान करें जो कई स्तर पर नहीं दिए जाते हैं और उनके साथ परिवारों में भेदभाव किए जाते हैं. इन्हीं सभी भेदभाव को खत्म करने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिससे यह संदेश जाए कि बेटियां बेटों से कम नहीं बल्कि सर्वोच्च स्थानों पर अपने कदम को जमा चुकी हैं. इस संदेश को लोगों तक पहुंचाने के लिए यह कार्यक्रम आज यहां आयोजित किया गया है.
-मनीष बंसल, सीडीओ, लखनऊ