हैदराबाद: समाजवादी पार्टी ने लखनऊ की जिन सीटों पर उम्मीदवार घोषित करने को लेकर कौतुहल बना रखा था. वहां से प्रत्याशियों की सूची जारी होते ही अब कई विधानसभा सीटों से बगावती सुर उठने शुरू हो गए हैं. राजधानी लखनऊ में 2012 के अपने प्रदर्शन को दोहराने की समाजवादी पार्टी की मंशा पर पार्टी के ही असंतुष्ट बाधा बन गए हैं. हालांकि यह पहली बार था, जब लखनऊ की नौ विधानसभा सीटों के प्रत्योशियों की सूची जारी होते ही टिकट के दावेदारों व उनके समर्थकों ने प्रदेश कार्यालय का घेराव कर प्रदर्शन किया. इतना ही नहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के काफिले के सामने दावेदार अपने समर्थकों के साथ बैठ गए और प्रदर्शन के साथ ही जमकर नारेबाजी करते नजर आए.
खैर, इस सियासी वाक्या ने सपा अध्यक्ष की चिंताएं बढ़ा दी हैं और वो फिलहाल आपसी सामंजस्य बैठाने की कोशिश कर रहे हैं. सपा ने मलिहाबाद की गुटबाजी को रोकने के लिए वहां मोहनलालगंज की पूर्व सांसद सुशीला सरोज को मैदान में उतारा था. वहीं, मंगलवार को पार्टी की ओर से 6 सीटों के प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी गई. इस बीच सबसे अधिक विरोध लखनऊ पूर्वी विधानसभा सीट पर हो रहा है. अनुराग भदौरिया को टिकट दिए जाने के विरोध में शर्मिला महाराज, गौरव सिंह यादव, प्रदीप सिंह बब्बू, राहुल सिंह और प्रदीप पांडेय जैसे दावेदारों की नाराजगी बढ़ गई है.
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वहीं, लखनऊ उत्तर विधानसभा से प्रो. अभिषेक मिश्र का टिकट काटकर पूजा शुक्ला को उम्मीदवार बनाने पर भी पार्टी को विरोध का सामना करना पड़ रहा है. दीपक रंजन सहित कई दावेदार अखिलेश यादव से मिलने पहुंचे थे. इसी तरह लखनऊ कैंट विधानसभा में भी राजू गांधी को प्रत्याशी बनाए जाने पर यहां बगावती सुर उठने शुरू हो गए हैं.लखनऊ पश्चिम विधानसभा से पूर्व विधायक मोहम्मद रेहान नईम ने समर्थकों के साथ अखिलेश यादव के काफिले के सामने प्रदर्शन किया. इसके अलावा बख्शी का तालाब से भी सुभाष यादव सहित कई अन्य दावेदार असंतुष्टों की सूची में शामिल हैं.
ये है सपा प्रत्याशियों की प्रोफाइल
अरमान खान: लखनऊ पश्चिम से लड़ रहे अरमान खान साल 2017 में बसपा की टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं. वहीं, 2018 में अरमान सपा में शामिल हो गए. वो एक निजी सुरक्षा एजेंसी के संचालक हैं.
पूजा शुक्ला: समाजवादी यूथ ब्रिगेड में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहीं पूजा शुक्ला छात्र सियासत में सक्रिय रही हैं. एनआरसी विरोध व आंदोलन में पूजा शुक्ला जेल भी जा चुकी हैं.
अनुराग भदौरिया: सपा की पूर्व सांसद सुशीला सरोज के बड़े दामाद अनुराग भदौरिया पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं. अनुराग साल 2017 में सपा व कांग्रेस के गठबंधन में कांग्रेस से टिकट लड़कर दूसरे स्थान पर रहे थे. वहीं, साल 2018 में वो सपा में शामिल हो गए थे.
रविदास मेहरोत्रा: शहर में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में से एक रविदास मेहरोत्रा 2012 में भी लखनऊ मध्य विधानसभा सीट से विधायक और कैबिनेट मंत्री बने थे.
राजू गांधी: लखनऊ के मोतीलाल नेहरू वार्ड से लगातार तीन बार राजू गांधी पार्षद रहे हैं. इस समय उनकी पत्नी चरणजीत गांधी पार्षद हैं. राजू गांधी को पंजाबी वोट बैंक को देखते हुए टिकट दिया गया है.
गोमती यादव: दो बार भाजपा से महोना और फिर इस सीट के परिसीमन के बाद एक बार 2012 में बख्शी का तालाब से जीतने वाले गोमती यादव 2017 का चुनाव हार गए थे. गोमती 2012 में भाजपा से सपा में आए थे.
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