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लखनऊ: मरीज की मौत से गुस्साए परिजनों ने किया हंगामा, अस्पताल में की तोड़फोड़

राजधानी लखनऊ में मरीज की मौत से गुस्साए परिजनों ने बलरामपुर अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ की. इतनी ही नहीं, उन्होंने स्टाफ नर्स और ईएमओ के साथ अभद्रता भी की. वहीं अस्पताल प्रशासन का कहना है कि परिजनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी गई है.

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बलरामपुर अस्पताल में तोड़फोड़.
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Published : Jan 22, 2020, 11:54 PM IST

लखनऊ: अक्सर मरीज इलाज के लिए गंभीर हालत में अस्पताल लाए जाते हैं. डॉक्टर भी उनके इलाज में अपनी पूरी जान लगा देते हैं, लेकिन फिर भी अगर मरीज की मौत हो जाती है तो यह परिजनों को काफी नागवार गुजर जाता है. ऐसे में वह अस्पताल के परिसर में तमाम ऐसी घटनाओं को अंजाम देते हैं, जो किसी अन्य मरीज के लिए परेशानी भरा सबब हो सकता है. ऐसा बुधवार को बलरामपुर अस्पताल में देखने को मिला, जहां मरीज की मौत के बाद परिजनों ने जमकर तोड़फोड़ की.

परिजनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज.

काफी समय से चल रहा इलाज
बलरामपुर अस्पताल में मंगलवार की शाम 6 बजकर 30 मिनट पर 55 वर्षीय गीता देवी को सांस फूलने संबंधी परेशानी के चलते भर्ती कराया गया, जहां पर डॉक्टर लगातार उनकी देख-रेख कर रहे थे. चेस्ट फिजिशियन डॉक्टर आनंद गुप्ता के अनुसार इस मरीज को इससे पहले अप्रैल 2019 में यहां लाया गया था और उन्हें इंटरस्टीशियल लंग डिजीज डायग्नोसिस की गई थी. मरीज के तीमारदारों को यह बताया गया था कि यह लगातार बढ़ने वाली बीमारी है. इसलिए इसका इलाज मेडिकल कॉलेज या किसी बड़े अस्पताल में करवाना जरूरी है.

मरीज ने बरती लापरवाही
डॉ. आनंद गुप्ता के अनुसार इमरजेंसी में दी गई दवाओं को मरीज लगातार खाता रहा. इस वजह से इसका शरीर फूल गया था. मंगलवार की शाम अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हें यहां जब लाया गया तो उनकी ऑक्सीजन तक नापी नहीं जा सकती थी, इतनी कम थी. मरीज की हालत के बारे में तीमारदारों को भलीभांति बता दिया गया था. इसके बावजूद जब उनकी हालत में कोई सुधार नहीं आया तो उन्होंने अस्पताल में तोड़-फोड़ शुरू कर दी.

तीमारदारों ने की तोड़फोड़
मरीज के तीमारदारों ने न केवल अस्पताल परिसर में तोड़-फोड़ की, बल्कि ऑन ड्यूटी स्टॉफ नर्स और ईएमओ के साथ भी बदतमीजी और अभद्रता की. स्टॉफ नर्स अनामिका की मानें तो मरीज के तीमारदारों ने उनके कमरे में घुसकर उन्हें भद्दी गालियां दी और उनका वीडियो शूट करने लगे.

नर्स और ईएमओ के साथ की अभद्रता
नर्स ने आगे बताया कि तीमारदारों में आईं महिलाओं ने उनका हाथ पीछे से पकड़ लिया और मरोड़ दिया. वहीं पुरुषों ने उनके साथ हाथापाई करने की कोशिश की. यही नहीं जब इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर को बुलाया गया तो परिजन उनके साथ भी बदतमीजी पर उतारू हो गए.

परिजनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी है. अस्पताल के कर्मचारियों के साथ अभद्रता करने की शिकायत भी पुलिस से की गई है.
-डॉ. राजीव लोचन, निदेशक, बलरामपुर अस्पताल

ये भी पढ़ें: प्रदेश में पहली बार डॉक्टरों को मनपसंद जगह पर दी जाएगी तैनाती

लखनऊ: अक्सर मरीज इलाज के लिए गंभीर हालत में अस्पताल लाए जाते हैं. डॉक्टर भी उनके इलाज में अपनी पूरी जान लगा देते हैं, लेकिन फिर भी अगर मरीज की मौत हो जाती है तो यह परिजनों को काफी नागवार गुजर जाता है. ऐसे में वह अस्पताल के परिसर में तमाम ऐसी घटनाओं को अंजाम देते हैं, जो किसी अन्य मरीज के लिए परेशानी भरा सबब हो सकता है. ऐसा बुधवार को बलरामपुर अस्पताल में देखने को मिला, जहां मरीज की मौत के बाद परिजनों ने जमकर तोड़फोड़ की.

परिजनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज.

काफी समय से चल रहा इलाज
बलरामपुर अस्पताल में मंगलवार की शाम 6 बजकर 30 मिनट पर 55 वर्षीय गीता देवी को सांस फूलने संबंधी परेशानी के चलते भर्ती कराया गया, जहां पर डॉक्टर लगातार उनकी देख-रेख कर रहे थे. चेस्ट फिजिशियन डॉक्टर आनंद गुप्ता के अनुसार इस मरीज को इससे पहले अप्रैल 2019 में यहां लाया गया था और उन्हें इंटरस्टीशियल लंग डिजीज डायग्नोसिस की गई थी. मरीज के तीमारदारों को यह बताया गया था कि यह लगातार बढ़ने वाली बीमारी है. इसलिए इसका इलाज मेडिकल कॉलेज या किसी बड़े अस्पताल में करवाना जरूरी है.

मरीज ने बरती लापरवाही
डॉ. आनंद गुप्ता के अनुसार इमरजेंसी में दी गई दवाओं को मरीज लगातार खाता रहा. इस वजह से इसका शरीर फूल गया था. मंगलवार की शाम अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हें यहां जब लाया गया तो उनकी ऑक्सीजन तक नापी नहीं जा सकती थी, इतनी कम थी. मरीज की हालत के बारे में तीमारदारों को भलीभांति बता दिया गया था. इसके बावजूद जब उनकी हालत में कोई सुधार नहीं आया तो उन्होंने अस्पताल में तोड़-फोड़ शुरू कर दी.

तीमारदारों ने की तोड़फोड़
मरीज के तीमारदारों ने न केवल अस्पताल परिसर में तोड़-फोड़ की, बल्कि ऑन ड्यूटी स्टॉफ नर्स और ईएमओ के साथ भी बदतमीजी और अभद्रता की. स्टॉफ नर्स अनामिका की मानें तो मरीज के तीमारदारों ने उनके कमरे में घुसकर उन्हें भद्दी गालियां दी और उनका वीडियो शूट करने लगे.

नर्स और ईएमओ के साथ की अभद्रता
नर्स ने आगे बताया कि तीमारदारों में आईं महिलाओं ने उनका हाथ पीछे से पकड़ लिया और मरोड़ दिया. वहीं पुरुषों ने उनके साथ हाथापाई करने की कोशिश की. यही नहीं जब इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर को बुलाया गया तो परिजन उनके साथ भी बदतमीजी पर उतारू हो गए.

परिजनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी है. अस्पताल के कर्मचारियों के साथ अभद्रता करने की शिकायत भी पुलिस से की गई है.
-डॉ. राजीव लोचन, निदेशक, बलरामपुर अस्पताल

ये भी पढ़ें: प्रदेश में पहली बार डॉक्टरों को मनपसंद जगह पर दी जाएगी तैनाती

Intro:लखनऊ। अक्सर मरीज इलाज के लिए गंभीर हालत में अस्पताल लाए जाते हैं। डॉक्टर भी उनके इलाज में अपनी पूरी कसर लगा देते हैं। लेकिन फिर भी अगर मरीज की मृत्यु हो जाती है तो यह परिजनों को काफी नागवार गुजर जाता है। ऐसे में वह अस्पताल के परिसर में तमाम ऐसी घटनाओं को अंजाम देते हैं जो किसी अन्य मरीज के लिए परेशानी भरा सबब हो सकता है ऐसा आज बलरामपुर अस्पताल में देखने को मिला जहां पर मरीज की मृत्यु के बाद परिजनों ने जमकर तोड़फोड़ की।


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बलरामपुर अस्पताल में मंगलवार की शाम 6:30 बजे 55 वर्षीय गीता देवी को सांस फूलने और सर संबंधी परेशानी के चलते भर्ती कराया गया जहां पर चेस्ट फिजिशियन लगातार उनकी देखरेख कर रहे थे बलरामपुर अस्पताल के चेस्ट फिजिशियन डॉक्टर आनंद गुप्ता के अनुसार इस पेशेंट को इससे पहले अप्रैल 2019 में लाया गया था और उन्हें इंटरस्टिशल रंग डिजीज डायग्नोसिस की गई थी मरीज के तीमारदारों को यह बताया गया था कि यह लगातार बढ़ने वाली बीमारी है इसलिए इसका इलाज मेडिकल कॉलेज है किसी बड़े अस्पताल में करवाना जरूरी है। गुप्ता के अनुसार इमरजेंसी में दी गई दवाओं को मरीज लगातार खाता रहा इस वजह से इसका शरीर फूल गया था मंगलवार की शाम अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हें यहां जब लाया गया उन्होंने कहा कि आराम मिलने की वजह से वह दवाइयां व लगातार मरीज को खिलाते रहे। जब अचानक तबियत बिगड़ी तो उन्हें यहां लाया गया। लता आनंद ने बताया कि जब मरीज यहां लाया गया था तो उसकी ऑक्सीजन तक नापी नहीं जा सकती थी इतनी कम थी और मरीज की हालत के बारे में तीमारदारों को भलीभांति बता दिया गया था इसके बावजूद जब उनकी इलाज में कोई बैटरी नहीं आई तो उन्होंने अस्पताल में तोड़फोड़ मचानी शुरू कर दी।

बाइट- डॉक्टर आनंद कुमार गुप्ता, चेस्ट फिजिशियन, बलरामपुर अस्पताल ( दूसरे नंबर की बाइट)

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मरीज के तीमारदारों ने ना केवल अस्पताल परिसर में तोड़फोड़ मचाई पर साथ ही ऑन ड्यूटी स्टाफ नर्स और एम ओ के साथ भी बदतमीजी और अभद्रता की। स्टाफ नर्स अनामिका की माने तो मरीज के तीमारदारों ने उनके कमरे में घुसकर उन्हें भद्दी गालियां दी और उनका वीडियो शूट करने लगे इसके साथ ही तीमारदारों में आई महिलाओं ने उनका हाथ पीछे से पकड़ लिया और हाथ मरोड़ दिया वहीं पुरुषों ने उनके साथ हाथापाई करने की कोशिश की। यही नहीं जब इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर को बुलाया गया तो परिजन उनके साथ भी बदतमीजी पर उतारू हो गए।
बाइट- अनामिका, स्टाफ नर्स (पहली बाइट)







Conclusion:इस पूरे मामले पर बलरामपुर अस्पताल के निदेशक डॉ राजीव लोचन का कहना है कि उन्होंने परिजनों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करवा दी है और अस्पताल के कर्मचारियों के साथ अभद्रता करने की शिकायत भी पुलिस से की गई है।
बाइट- डॉ राजीव लोचन, निदेशक, बलरामपुर अस्पताल (तीसरी बाइट)

पीटीसी- रामांशी मिश्रा

रामांशी मिश्रा
9598003584
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