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शक्ति प्रदर्शन की होड़: बीजेपी और कांग्रेस में किसका रहा जोर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वाराणसी लोकसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल कर दिया है. इस दौरान उनके साथ एनडीए घटक दल के प्रमुख नेता मौजूद रहे. इसके साथ ही केंद्र सरकार के कई दिग्गज नेता भी मौजूद थे. प्रधानमंत्री वाराणसी में दो दिन के दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने रोड शो कर शक्ति प्रदर्शन किया.

एनडीए के सामने कहां तक टिकता है कांग्रेस का गठबंधन .
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Published : Apr 26, 2019, 1:38 PM IST

Updated : Apr 26, 2019, 2:01 PM IST

लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नामांकन के दौरान 6 राज्यों को मुख्यमंत्री मौजूद थे. इसके साथ ही भाजपा के दिग्गज नेता और कैबिनेट मंत्री भी मौजूद थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 अप्रैल को अपना नामांकन दाखिल किया. अगर हम बात करें गठबंधन की एकता की और उनके नेताओं की तो भाजपा विपक्षी पार्टियों से काफी आगे निकलती दिखाई दे रही है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नामांकन के दौरान जिस तरह एनडीए के प्रमुख नेता मौजूद थे. उसके ठीक विपरीत कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के नामांकन के दौरान, वह चाहे वायनाड का रहा हो या अमेठी का, दोनों ही जगहों पर उनके साथ गठबंधन का कोई भी नेता मौजूद नहीं था. राहुल गांधी के साथ उनकी बहन प्रियंका गांधी ही नजर आ रही हैं.

राहुल गांधी के नामांकन के दौरान कौन-कौन थे मौजूद?

जब वायनाड में हुआ नामांकन
वायनाड में नामांकन दाखिल करने राहुल गांधी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ पहुंचे थे. केरल की इस सीट से राहुल गांधी के नामांकन दाखिल करने के चलते भारी संख्या में कांग्रेस समर्थक मौजूद रहे. वायनाड की धार्मिक आबादी की बात करें तो यह सीट भी हिंदू बहुल ही है. यहां 49.48 प्रतिशत हिंदू हैं, वहीं 28 प्रतिशत के करीब मुस्लिम, जबकि 21 प्रतिशत ईसाई हैं. राहुल गांधी का इस सीट पर लेफ्ट उम्मीदवार से मुख्य मुकाबला बताया जाता है.

जब अमेठी में हुआ नामांकन
अमेठी में नामांकन के लिए राहुल गांधी, मां सोनिया, बहन प्रियंका वाड्रा व बहनोई रॉबर्ट वाड्रा के साथ पहुंचे थे. प्रियंका के साथ उनके दोनों बच्चे रेहान और मिराया भी थे. भुएमऊ गेस्ट हाउस में राहुल गांधी ने पार्टी पदाधिकारियों से मिलकर मां सोनिया गांधी के गढ़ की चुनावी नब्ज टटोली और किला फतह करने के लिए रणनीति तय की.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नामांकन के दौरान कौन-कौन थे मौजूद?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव 2014 के समय दो जगहों वडोदरा और वाराणसी सीट से चुनाव लड़ा था. पीएम मोदी ने दोनों ही जगहों से भारी मतों से जीत दर्ज की थी. इस बार यानी लोकसभा चुनाव 2019 में प्रधानमंत्री मोदी ने केवल एक सीट वाराणसी से नामांकन किया है.

एनडीए के सामने कहां तक टिकता है कांग्रेस का गठबंधन .
उनके नामांकन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, नितिन गडकरी, जेपी नड्डा, अमित शाह, महेंद्र नाथ पाण्डेय मौजूद थे. इसके साथ ही एनडीए से नीतीश कुमार, प्रकाश सिंह बादल, उद्धव ठाकरे, राम विलास पासवान, अनुप्रिया पटेल मौजूद रहीं.

प्रधानमंत्री मोदी के नामांकन के दौरान जिस तरह से धुर विरोधी रहे नीतीश कुमार काफी खुश नजर आए और एनडीए घटक दल के अन्य नेता शामिल रहे. इस तरह से देखा जाए तो कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जिस तरह से गठबंधन की एकता की बात करते हैं वह दूर-दूर तक नहीं दिखाई देता है. राहुल गांधी ने वायनाड और अमेठी दोनों जगहों से अपने परिवार के साथ ही नामांकन किया है. उनके साथ गठबंधन का कोई भी नेता मौजूद नहीं था.

वाराणसी से 2014 में नरेंद्र मोदी ने कितने अंतर से जीत दर्ज की थी?
भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव जीत दर्ज की. नरेंद्र मोदी ने प्रतिद्वंद्वी आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल 3,71,784 वोटों के अंतर से हराया था. नरेंद्र मोदी को कुल 5,81,022 वोट मिले.

दूसरे स्थान पर अरविंद केजरीवाल को 2,09,238 मत मिले थे. वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय 75,614 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर थे. हालांकि वो ज़मानत नहीं बचा सके थे. इसके साथ ही बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार भी अपनी ज़मानत नहीं बचा सके.

लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नामांकन के दौरान 6 राज्यों को मुख्यमंत्री मौजूद थे. इसके साथ ही भाजपा के दिग्गज नेता और कैबिनेट मंत्री भी मौजूद थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 अप्रैल को अपना नामांकन दाखिल किया. अगर हम बात करें गठबंधन की एकता की और उनके नेताओं की तो भाजपा विपक्षी पार्टियों से काफी आगे निकलती दिखाई दे रही है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नामांकन के दौरान जिस तरह एनडीए के प्रमुख नेता मौजूद थे. उसके ठीक विपरीत कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के नामांकन के दौरान, वह चाहे वायनाड का रहा हो या अमेठी का, दोनों ही जगहों पर उनके साथ गठबंधन का कोई भी नेता मौजूद नहीं था. राहुल गांधी के साथ उनकी बहन प्रियंका गांधी ही नजर आ रही हैं.

राहुल गांधी के नामांकन के दौरान कौन-कौन थे मौजूद?

जब वायनाड में हुआ नामांकन
वायनाड में नामांकन दाखिल करने राहुल गांधी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ पहुंचे थे. केरल की इस सीट से राहुल गांधी के नामांकन दाखिल करने के चलते भारी संख्या में कांग्रेस समर्थक मौजूद रहे. वायनाड की धार्मिक आबादी की बात करें तो यह सीट भी हिंदू बहुल ही है. यहां 49.48 प्रतिशत हिंदू हैं, वहीं 28 प्रतिशत के करीब मुस्लिम, जबकि 21 प्रतिशत ईसाई हैं. राहुल गांधी का इस सीट पर लेफ्ट उम्मीदवार से मुख्य मुकाबला बताया जाता है.

जब अमेठी में हुआ नामांकन
अमेठी में नामांकन के लिए राहुल गांधी, मां सोनिया, बहन प्रियंका वाड्रा व बहनोई रॉबर्ट वाड्रा के साथ पहुंचे थे. प्रियंका के साथ उनके दोनों बच्चे रेहान और मिराया भी थे. भुएमऊ गेस्ट हाउस में राहुल गांधी ने पार्टी पदाधिकारियों से मिलकर मां सोनिया गांधी के गढ़ की चुनावी नब्ज टटोली और किला फतह करने के लिए रणनीति तय की.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नामांकन के दौरान कौन-कौन थे मौजूद?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव 2014 के समय दो जगहों वडोदरा और वाराणसी सीट से चुनाव लड़ा था. पीएम मोदी ने दोनों ही जगहों से भारी मतों से जीत दर्ज की थी. इस बार यानी लोकसभा चुनाव 2019 में प्रधानमंत्री मोदी ने केवल एक सीट वाराणसी से नामांकन किया है.

एनडीए के सामने कहां तक टिकता है कांग्रेस का गठबंधन .
उनके नामांकन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, नितिन गडकरी, जेपी नड्डा, अमित शाह, महेंद्र नाथ पाण्डेय मौजूद थे. इसके साथ ही एनडीए से नीतीश कुमार, प्रकाश सिंह बादल, उद्धव ठाकरे, राम विलास पासवान, अनुप्रिया पटेल मौजूद रहीं.

प्रधानमंत्री मोदी के नामांकन के दौरान जिस तरह से धुर विरोधी रहे नीतीश कुमार काफी खुश नजर आए और एनडीए घटक दल के अन्य नेता शामिल रहे. इस तरह से देखा जाए तो कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जिस तरह से गठबंधन की एकता की बात करते हैं वह दूर-दूर तक नहीं दिखाई देता है. राहुल गांधी ने वायनाड और अमेठी दोनों जगहों से अपने परिवार के साथ ही नामांकन किया है. उनके साथ गठबंधन का कोई भी नेता मौजूद नहीं था.

वाराणसी से 2014 में नरेंद्र मोदी ने कितने अंतर से जीत दर्ज की थी?
भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव जीत दर्ज की. नरेंद्र मोदी ने प्रतिद्वंद्वी आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल 3,71,784 वोटों के अंतर से हराया था. नरेंद्र मोदी को कुल 5,81,022 वोट मिले.

दूसरे स्थान पर अरविंद केजरीवाल को 2,09,238 मत मिले थे. वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय 75,614 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर थे. हालांकि वो ज़मानत नहीं बचा सके थे. इसके साथ ही बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार भी अपनी ज़मानत नहीं बचा सके.

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एनडीए के सामने कहां तक टिकता है कांग्रेस का गठबंधन 

लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नामांकन के दौरान 6 राज्यों को मुख्यमंत्री मौजूद थे. इसके साथ ही भाजपा के दिग्गज नेता और कैबिनेट मंत्री भी मौजूद थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 अप्रैल को अपना नामांकन दाखिल किया. अगर हम बात करें गठबंधन की एकता की और उनके नेताओं की तो भाजपा विपक्षी पार्टियों से काफी आगे निकलती दिखाई दे रही है.



प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नामांकन के दौरान जिस तरह एनडीए के प्रमुख नेता मौजूद थे. उसके ठीक विपरीत कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के नामांकन के दौरान, वह चाहे वायनाड का रहा हो या अमेठी का, दोनों ही जगहों पर उनके साथ गठबंधन का कोई भी नेता मौजूद नहीं था. राहुल गांधी के साथ उनकी बहन प्रियंका गांधी ही नजर आ रही हैं.



राहुल गांधी के नामांकन के दौरान कौन-कौन थे मौजूद?

जब वायनाड में हुआ नामांकन

वायनाड में नामांकन दाखिल करने राहुल गांधी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ पहुंचे थे. केरल की इस सीट से राहुल गांधी के नामांकन दाखिल करने के चलते भारी संख्या में कांग्रेस समर्थक मौजूद रहे. वायनाड की धार्मिक आबादी की बात करें तो यह सीट भी हिंदू बहुल ही है. यहां 49.48 प्रतिशत हिंदू हैं, वहीं 28 प्रतिशत के करीब मुस्लिम, जबकि 21 प्रतिशत ईसाई हैं. राहुल गांधी का इस सीट पर लेफ्ट उम्मीदवार से मुख्य मुकाबला बताया जाता है.



जब अमेठी में हुआ नामांकन

अमेठी में नामांकन के लिए राहुल गांधी, मां सोनिया, बहन प्रियंका वाड्रा व बहनोई रॉबर्ट वाड्रा के साथ पहुंचे थे. प्रियंका के साथ उनके दोनों बच्चे रेहान और मिराया भी थे. भुएमऊ गेस्ट हाउस में राहुल गांधी ने पार्टी पदाधिकारियों से मिलकर मां सोनिया गांधी के गढ़ की चुनावी नब्ज टटोली और किला फतह करने के लिए रणनीति तय की.



प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नामांकन के दौरान कौन-कौन था मौजूद?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव 2014 के समय दो जगहों वडोदरा और वाराणसी सीट से चुनाव लड़ा था. पीएम मोदी ने दोनों ही जगहों से भारी मतों से जीत दर्ज की थी. इस बार यानी लोकसभा चुनाव 2019 में प्रधानमंत्री मोदी ने केवल एक सीट वाराणसी से नामांकन किया है. 

उनके नामांकन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, नितिन गडकरी, जेपी नड्डा, अमित शाह, महेंद्र नाथ पाण्डेय मौजूद थे. इसके साथ ही एनडीए से नीतीश कुमार, प्रकाश सिंह बादल, उद्धव ठाकरे, राम विलास पासवान, अनुप्रिया पटेल मौजूद रहीं.



प्रधानमंत्री मोदी के नामांकन के दौरान जिस तरह से धुर विरोधी रहे नीतीश कुमार काफी खुश नजर आए और एनडीए घटक दल के अन्य नेता शामिल रहे. इस तरह से देखा जाए तो कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जिस तरह से गठबंधन की एकता की बात करते हैं वह दूर-दूर तक नहीं दिखाई देता है. राहुल गांधी ने वायनाड और अमेठी दोनों जगहों से अपने परिवार के साथ ही नामांकन किया है. उनके साथ गठबंधन का कोई भी नेता मौजूद नहीं था.



वाराणसी से 2014 में नरेंद्र मोदी ने कितने अंतर से जीत दर्ज की थी?

भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव जीत दर्ज की. नरेंद्र मोदी ने प्रतिद्वंद्वी आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल 3,71,784 वोटों के अंतर से हराया था.  नरेंद्र मोदी को कुल 5,81,022 वोट मिले. 

दूसरे स्थान पर अरविंद केजरीवाल को 2,09,238 मत मिले थे. वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय 75,614 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर थे. हालांकि वो ज़मानत नहीं बचा सके थे. इसके साथ ही बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार भी अपनी ज़मानत नहीं बचा सके.




Conclusion:
Last Updated : Apr 26, 2019, 2:01 PM IST
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