लखनऊ: राजधानी में शुक्रवार के दिन दिल दहला देने वाला मामला सामने आया. अमेठी जिले की रहने वाली दो महिलाओं ने गांव के दबंगों से तंग आकर विधानसभा के सामने खुद को आग लगा ली. आग से झुलसी महिलाओं को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है. दोनों पीड़िता अमेठी जिले के जामो गांव की रहने वाली हैं. बताया जा रहा है कि गांव के दबंग दोनों महिलाओं को जमीन के लिए परेशान कर रहे थे. आरोप है कि स्थानीय पुलिस भी इन पीड़िताओं की कोई सुनवाई नहीं कर रही थी.
पुलिस ने की कार्रवाई
विधानसभा के बाहर दो महिलाओं के आत्मदाह करने के मामले में कमिश्नर सुजीत पाण्डेय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने बताया कि कॉन्सपिरेसी के तहत घटना हुई है. महिलाओं को भड़काने का प्रयास किया गया है. एआईएमआईएम और कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने साजिश रची थी. इस मामले में 4 नामजद लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. इसमें कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता अनूप पटेल, आसमा, सुलतान और एआईएमआईएम अमेठी जिला अध्यक्ष कदीर खान शामिल हैं. ऐसा कहा जा रहा है कि कांग्रेस कार्यालय से मामले को हाईलाइट करने के लिए मीडियाकर्मी को फोन किया गया था. दो लोगों की इस मामले में गिरफ्तारी हुई है. इस मामले में लापरवाही बरतने वाले 8 पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की गई है.
जानें क्यों हुआ विवाद
मामला 9 मई 2020 का है, जब गुड़िया का अपने पड़ोसी अर्जुन साहू से नाली को लेकर विवाद हो गया था. इसके बाद गुड़िया की तहरीर पर जामो थाने में अर्जुन साहू समेत चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था. विपक्षी अर्जुन साहू की तहरीर पर गुड़िया पर भी धारा 323, 452, 308 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ था. जनपद की पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही थी. इस बीच दोनों महिलाओं ने जनपद से मण्डल तक के पुलिस अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई थी. पीड़ित महिलाओं ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व दो दिन पहले गौरीगंज सीओ अर्पित कपूर से भी मुलाकात कर इस घटना से अवगत कराया था. जब कार्रवाई न हुई तो महिलाओं ने आत्मदाह का प्रयास किया.
फिलहाल पुलिल मामले में कार्रवाई कर रही है और पीड़िताओं को जल्द से जल्द न्याय दिलाने की बात भी सरकार की ओर से कही जा रही है.