लखनऊ : कोरोना की भीषण आपदा में मजबूरी का फायदा उठाने जैसा अपराध करने से भी लोग बाज नहीं आ रहे हैं. मरीजों को घर से एंबुलेंस के जरिए अस्पताल तक ले जाने या अस्पताल से घर तक लाने के लिए एंबुलेंस संचालक कई गुना कीमत वसूल रहे हैं.
तय कीमत से ज्यादा वसूलने की शिकायत परिवहन विभाग के अधिकारियों को मिली तो वह रविवार को सड़क पर उतर आए. उन्होंने एंबुलेंस संचालकों को कड़ी हिदायत दी. इस दौरान दो ऐसे ही एंबुलेंस संचालक परिवहन विभाग के प्रवर्तन टीम के हत्थे चढ़ गए. दोनों एंबुलेंस को थाने में बंद करा दिया गया है.
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अस्पतालों के बाहर चला अभियान
संभागीय परिवहन कार्यालय में तैनात एआरटीओ प्रवर्तन संजय तिवारी टीम के साथ रविवार को चेकिंग कर रहे थे. उन्हें शिकायत मिली थी कि एंबुलेंस के निर्धारित किराए की दर के बावजूद एंबुलेंस संचालक मरीजों को जमकर लूट रहे हैं. इसका अनुपालन कराने के लिए लोहिया अस्पताल, विवेकानंद अस्पताल, चंदन अस्पताल, केजीएमयू, पीजीआई, लोकबंधु और बलरामपुर अस्पताल के पास चेकिंग की जाने लगी.
इस दौरान एंबुलेंस चालकों और स्वामियों को कड़ी हिदायत दी गई कि वह निर्धारित किराए से ज्यादा बिल्कुल भी न वसूलें. अगर इस तरह की कोई भी शिकायत आती है तो कड़ी कार्रवाई झेलने के लिए तैयार रहें. एआरटीओ संजय तिवारी ने बताया कि सभी एंबुलेंस स्वामियों और चालकों को निर्देश दिए गए हैं कि वह अपनी एंबुलेंस पर निर्धारित किराया चस्पा करें.
थाने में बंद कराई गईं एंबुलेंस
एआरटीओ प्रवर्तन संजय तिवारी ने बताया कि एंबुलेंस संचालकों को हिदायत देने के दौरान वाहन संख्या यूपी-70 जीटी 5030 और यूपी-32 जीएन 5063 से निर्धारित किराए की दर से ज्यादा किराया लेने की शिकायत प्राप्त हुई. इसके बाद दोनों एंबुलेंस को विभूति खंड और कैसरबाग थाने में सुसंगत धाराओं के आधार पर बंद करा दिया गया.
उन्होंने बताया कि परिवहन विभाग की तरफ से इस तरह का अभियान आगे भी जारी रखा जाएगा. अगर किसी तीमारदार की तरफ से निर्धारित दर से अधिक किराया वसूल करने की शिकायत प्राप्त होगी तो सुसंगत धाराओं में संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि जांच टीम में एआरटीओ अमित राजन राय और पीटीओ आशुतोष उपाध्याय भी मौजूद रहे.