लखनऊ: उत्तर प्रदेश आवास-विकास परिषद की अवध बिहार योजना के रिक्त पड़े 83 आवासीय भूखण्डों की लाटरी प्रक्रिया मंगलवार को सम्पन्न की गयी. सोमवार को एससी-एसटी व ओबीसी के 415 आवेदकों के बीच 41 भूखण्डों का आवंटन किया गया था. मंगलवार को सामान्य वर्ग के 1261 आवेदकों के मध्य 42 भूखण्डों के लिए लाटरी डाली गयी.
अवध विहार योजना सेक्टर 7c में 121.89 वर्ग मीटर के 83 भूखंडों के लिए एक सितंबर से 30 सितंबर तक पंजीकरण खोले गए थे. लाटरी प्रक्रिया में क्षैतिज आरक्षण के आधार पर चार वरिष्ठ नागरिक एक दिव्यांग या संग्राम सेनानी सांसद विधायक के दो 50 वर्ष की सेवा पूर्ण करने वाले दो, परिषद/निकाय/प्राधिकरण के कार्मिकों को एक आवासीय भूखंड की लाटरी की गई. सामान्य श्रेणी के मुख्य वर्ग के 32 भूखंडों का आवंटन किया गया.
ऑनलाइन सीधा प्रसारण
परिषद प्रशासन की ओर से लाटरी प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए वेबकास्ट के माध्यम से सीधा प्रसारण किया गया था. वहीं आवेदक कोरोना सक्रंमण से बचाव की दृष्टि से अपने घर बैठे ही लाटरी प्रक्रिया में शामिल हुए. जिसके चलते अवध शिल्प ग्राम में लाटरी स्थल पर भीड़ भी एकत्र नहीं हुई. पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी बनाए जाने की दिशा में तकनीक का उपयोग कराया गया. तीन दिवसीय नीलामी को लोगों ने ब्रॉडकास्टिंग से सीधा प्रसारण देखा.
आवास आयुक्त अजय चौहान के अनुसार आने वाले दिनों में परिषद की योजनाओं के आवंटन एवं नीलामी में पूर्ण पारदर्शिता की दिशा में सकारात्मक कदम उठाए जाएंगे. इससे जनसामान्य में परिषद के प्रति विश्वसनीयता बढ़ेगी. वहीं हम अपने प्रबंधन नवीन तकनीक के उपयोग से परिषद समय सापेक्ष सोच के अनुरूप प्रगति पर ले जा सकेंगे.
सफल आवेदकों को दिया गया तुलसी
इसके अतिरिक्त परिषद प्रशासन की ओर से आवंटन स्थल पर मिशन शक्ति योजना की जानकारी देते हुए स्लोगन व पोस्टर लगाये गये थे. लाटरी प्रक्रिया में शामिल होने पहुंंची महिला आवेदकों को सभागार की अग्रिम पंक्ति में बैठाने के साथ ही उन्हीं से लाटरी करायी गयी. मंगलवार को लाटरी प्रक्रिया के सफल आवेदकों को संयुक्त आवास आयुक्त अनिल कुमार ने स्मृति चिन्ह के रूप में तुलसी का पौधा प्रदान किया गया.