लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार को सुबह 11 बजे से शुरू होगा. कुछ अति महत्वपूर्ण विधायक इस मानसून सत्र में पेश किए जा सकते हैं. इसको लेकर आम सहमति बनाने के वास्ते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में एक सर्वदलीय बैठक रविवार को आयोजित की जाएगी. माना जा रहा है कि मानसून सत्र हंगामेदार होगा. विपक्ष कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश करेगा. हाल ही में कई ऐसे प्रकरण सामने आए हैं, जिसमें सरकार की किरकिरी हुई और विपक्ष को हमलावर होने का मौका मिला है. ऐसे ही मामलों पर सदन में चर्चा होने की संभावना है. अपने पिछले सदन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माफिया को मिट्टी में मिला देने की बात कही थी. इस बार मानसून सदन से पहले वास्तव में उत्तर प्रदेश के कई माफिया मिट्टी में मिल चुके हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सदन में जवाब भी शानदार हो सकता है.
यूपी विधानसभा मानसून सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक होगी. विधान भवन में सर्वदलीय बैठक होगी. CM योगी आदित्यनाथ व संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना मौजूद रहेंगे. विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना भी मौजूद होंगे. सभी दलों के नेताओं से शांतिपूर्ण सत्र के लिए सहयोग मांगा जाएगा. इसके अतिरिक्त लोक भवन में आज शाम 4 बजे भारतीय जनता पार्टी विधानमंडल की बैठक होगी. जिस मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अतिरिक्त दोनों उपमुख्यमंत्री, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह के अलावा सभी भाजपा विधायक मौजूद रहेंगे. इस बैठक में मानसून सत्र को लेकर भारतीय जनता पार्टी की रणनीति पर विचार विमर्श होगा. इसके अतिरिक्त विधायकों को या दिशा निर्देश दिया जाएगा कि उनको सदन में किस बात पर किस तरह से अपना पक्ष रखना है और कौन से मुद्दे उठाने हैं.
विपक्ष के लिए इस बार कुछ पुलिस अधिकारियों के तबादले, बारिश के दौरान किसानों का बुरा हाल, बेसहारा पशु, उत्तर प्रदेश की खराब सड़कें और ऐसे ही कई अन्य मुद्दों पर बड़े सवाल होंगे. जिनको लेकर विपक्ष और खासतौर पर समाजवादी पार्टी हमलावर हो सकती है. लंबे समय बाद ओमप्रकाश राजभर भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में बैठेंगे. वरना वे लगातार सदन में भाजपा के विरोधी स्वर उठाते रहे हैं.
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