लखनऊ: मुस्लिम स्कॉलर और वरिष्ठ शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे सादिक के निधन पर देश के मुसलमानों की सबसे बड़ी संस्था ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने दु:ख का इजहार किया है. बोर्ड ने बुधवार को अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा कि मौलाना कल्बे सादिक का इस दुनिया से चले जाना बड़ा नुकसान है. उनके निधन से देश ने एक बड़ा व्यक्ति खो दिया है.
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने ट्वीट कर कहा कि हमने आज एक अहम और सच्चा सदस्य खो दिया है. शिक्षा के क्षेत्र में उनके काम और मेहनत को हमेशा याद किया जाता रहेगा. बोर्ड ने मौलाना कल्बे सादिक के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की.
दुकानों को बंद कर लोगों ने जताया गम
मौलाना कल्बे सादिक के निधन के बाद बुधवार को पुराने लखनऊ के कुछ इलाकों में लोगों ने दुकानें बंद कर गम का इजहार किया. मौलाना के गम में अपनी दुकान बंद कर लोगों ने उनको प्रतीकात्मक श्रद्धांजलि दी. पुराने लखनऊ के कश्मीरी मोहल्ले, दरगाह हजरत अब्बास और काजमैन में कई दुकानें बंद रहीं.
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'किसी एक कौम के धर्मगुरु नहीं थे मौलाना सादिक'
टूर एंड ट्रेवेल का काम करने वाले मिर्जा मोहम्मद हलीम ने कहा कि मौलाना कल्बे सादिक किसी एक कौम के धर्मगुरु नहीं थे. उनके चाहने वाले सुन्नी समुदाय और दूसरे धर्मो में भी बड़े पैमाने पर मौजूद हैं. मिर्जा मोहम्मद ने कहा कि लोगों ने दुकानें बन्द उनके प्रति भावभीनी श्रदांजलि देने की कोशिश की है और उनको याद कर सब गम मना रहे हैं.