लखनऊ: उत्तर प्रदेश में किसानों के सामने मानसून की ताबड़तोड़ बारिश के बावजूद फसलों के सूख जाने का खतरा मंडरा रहा है. इसकी वजह उत्तर प्रदेश के 35 जिलों में होने वाली बेहद कम बारिश है. प्रदेश में बरसात के हालत को ऐसे भी समझा जा सकता है कि केवल 11 जिले ऐसे हैं जहां अगस्त महीने में सामान्य वर्षा दर्ज की गई है जबकि 6 जिलों में अधिक वर्षा का रिकॉर्ड बना है.
वहीं चार जिले श्रावस्ती, अंबेडकर नगर, बलिया और मुजफ्फरनगर ही ऐसे हैं जहां ज्यादा बारिश दर्ज की गई है जबकि 80% से ज्यादा बारिश वाले जिलों की तादाद 29 है. बावजूद इसके किसानों की बड़ी समस्या अगस्त में अपेक्षा के अनुसार बारिश ना होना है. अगस्त महीने में 40 फीसदी से भी कम वर्षा वाले जिले 35 हैं, जिन्हें सूखाग्रस्त की श्रेणी में रखा जाता है. यानी उत्तर प्रदेश के आधे से ज्यादा हिस्से में किसानों को मानसून की बारिश से फायदा मिलता नहीं दिखाई दे रहा है.