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चिकनकारी और जरदोजी को बाजार दिलाएंगे एकेटीयू के छात्र - lucknow news

एकेटीयू ओडीओपी को बढ़ावा देने के लिए छात्रों के बीच हैकाथॉन आयोजित करने जा रहा है. एकेटीयू के तकनीकी संस्‍थानों के छात्र ओडीओपी को तकनीक से जोड़ेंगे. यही नहीं, प्रबंधन से जुड़े छात्र ओडीओपी उत्‍पादों को राष्‍ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय बाजार में बेचने की कला कारोबारियों को सिखाएंगे.

डॉ. एपीजे अब्‍दुल कलाम प्राविधिक विश्‍वविद्यालय
डॉ. एपीजे अब्‍दुल कलाम प्राविधिक विश्‍वविद्यालय
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Published : Apr 27, 2021, 7:47 AM IST

लखनऊ: डॉ. एपीजे अब्‍दुल कलाम प्राविधिक विश्‍वविद्यालय के तकनीकि के छात्र राजधानी की चिकनकारी और जरदोजी को दुनिया में फैलाने के फंडे बताएंगे. इसकी ब्रांडिंग से लेकर मार्केटिंग तक की जिम्मेदारी संभालेंगे. ये छात्र अब ए‍क जनपद, एक उत्‍पाद (ओडीओपी) योजना को तकनीक से जोड़ेंगे. इसके लिए एकेटीयू छात्रों के बीच हैकाथॉन आयोजित करने जा रहा है.

250 से अधिक संस्‍थानों के छात्रों के शामिल होने की उम्‍मीद

हैकाथॉन में 250 से अधिक संस्‍थानों के छात्रों के शामिल होने की उम्‍मीद है. इसमें, प्राचीन एवं पौष्टिक कालानमक चावल, फिरोजाबाद का कांच उत्‍पाद, मुरादाबाद का पीतल उद्योग, दुर्लभ एवं अकल्पनीय गेहूं डंठल शिल्प, विश्व प्रसिद्ध चिकनकारी, कपड़ों पर जरी-जरदोजी का काम, मृत पशुओं के सींगों व हड्डियों से अति जटिल शिल्प कार्य आदि शामिल होंगे.

इसे भी पढ़ें-AKTU: 3 लाख से अधिक छात्र वैक्‍सीनेशन को लेकर करेंगे जागरुक

कैस को दी गई है जिम्मेदारी

एकेटीयू के सेंटर फॉर एडवांस स्टडीज (कैस) को आयोजन की जिम्मेदारी दी गई है. कैस के निदेशक प्रो. एमके दत्ता ने बताया कि संस्थान की ओर से राजधानी की चिकनकारी व जरदोजी के लिए पायलट हैकाथॉन का आयोजन जल्द किया जाएगा. सभी संस्थान के विद्यार्थियों से 30 अप्रैल तक आइडिया आमंत्रित किए गए हैं. विद्यार्थियों व फैकल्टी मेम्बर्स को इस हैकाथॉन में शामिल होने को कहा गया है. विद्यार्थियों व फैकल्टी मेम्बर्स के सुझाव आने के बाद विश्वविद्यालय इसमें से बेहतर आइडिया को चयनित कर उनको मूर्त रूप देने का प्रयास करेगा. साथ ही चयनित विचारों को आर्थिक सहयोग करने की तैयारी है.

इसे भी पढ़ें-यूपीसीईटी के लिए 10 मई तक कर सकते हैं आवेदन, जानिए कब होगी प्रवेश परीक्षा

यह मिलेगा फायदा

हैकाथॉन में ओडीओपी से जुड़े उत्‍पादों को कैसे तकनीक से जोड़कर बेहतर बनाया जाए, जिससे वो उत्‍पाद अंतरराष्ट्रीय स्‍तर पर नई पहचान बना सके, इस पर बीटेक व एमबीए के छात्र-छात्राएं अपने आइडियाज देंगे. वहीं, विश्‍वविद्यालय से जुड़े प्रबंधन संस्‍थानों के छात्र उत्‍पादों के बेहतर प्रबंधन के सुझाव देंगे. एकेटीयू के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक बताते हैं कि छात्रों के इनोवेटिव आइडिया से उत्‍पादों को एक नई पहचान मिलेगी. उधर, ओडीओपी को बढ़ावा देने के लिए लखनऊ विश्‍वविद्यालय में एक इनक्यूबेशन सेंटर भी बनने जा रहा है.

लखनऊ: डॉ. एपीजे अब्‍दुल कलाम प्राविधिक विश्‍वविद्यालय के तकनीकि के छात्र राजधानी की चिकनकारी और जरदोजी को दुनिया में फैलाने के फंडे बताएंगे. इसकी ब्रांडिंग से लेकर मार्केटिंग तक की जिम्मेदारी संभालेंगे. ये छात्र अब ए‍क जनपद, एक उत्‍पाद (ओडीओपी) योजना को तकनीक से जोड़ेंगे. इसके लिए एकेटीयू छात्रों के बीच हैकाथॉन आयोजित करने जा रहा है.

250 से अधिक संस्‍थानों के छात्रों के शामिल होने की उम्‍मीद

हैकाथॉन में 250 से अधिक संस्‍थानों के छात्रों के शामिल होने की उम्‍मीद है. इसमें, प्राचीन एवं पौष्टिक कालानमक चावल, फिरोजाबाद का कांच उत्‍पाद, मुरादाबाद का पीतल उद्योग, दुर्लभ एवं अकल्पनीय गेहूं डंठल शिल्प, विश्व प्रसिद्ध चिकनकारी, कपड़ों पर जरी-जरदोजी का काम, मृत पशुओं के सींगों व हड्डियों से अति जटिल शिल्प कार्य आदि शामिल होंगे.

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कैस को दी गई है जिम्मेदारी

एकेटीयू के सेंटर फॉर एडवांस स्टडीज (कैस) को आयोजन की जिम्मेदारी दी गई है. कैस के निदेशक प्रो. एमके दत्ता ने बताया कि संस्थान की ओर से राजधानी की चिकनकारी व जरदोजी के लिए पायलट हैकाथॉन का आयोजन जल्द किया जाएगा. सभी संस्थान के विद्यार्थियों से 30 अप्रैल तक आइडिया आमंत्रित किए गए हैं. विद्यार्थियों व फैकल्टी मेम्बर्स को इस हैकाथॉन में शामिल होने को कहा गया है. विद्यार्थियों व फैकल्टी मेम्बर्स के सुझाव आने के बाद विश्वविद्यालय इसमें से बेहतर आइडिया को चयनित कर उनको मूर्त रूप देने का प्रयास करेगा. साथ ही चयनित विचारों को आर्थिक सहयोग करने की तैयारी है.

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यह मिलेगा फायदा

हैकाथॉन में ओडीओपी से जुड़े उत्‍पादों को कैसे तकनीक से जोड़कर बेहतर बनाया जाए, जिससे वो उत्‍पाद अंतरराष्ट्रीय स्‍तर पर नई पहचान बना सके, इस पर बीटेक व एमबीए के छात्र-छात्राएं अपने आइडियाज देंगे. वहीं, विश्‍वविद्यालय से जुड़े प्रबंधन संस्‍थानों के छात्र उत्‍पादों के बेहतर प्रबंधन के सुझाव देंगे. एकेटीयू के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक बताते हैं कि छात्रों के इनोवेटिव आइडिया से उत्‍पादों को एक नई पहचान मिलेगी. उधर, ओडीओपी को बढ़ावा देने के लिए लखनऊ विश्‍वविद्यालय में एक इनक्यूबेशन सेंटर भी बनने जा रहा है.

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