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निकाय चुनाव की तैयारियों की अखिलेश यादव ने की समीक्षा, निष्पक्ष चुनाव कराने की मांग

निकाय चुनाव को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पार्टी के कई प्रमुख नेताओं से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि निकाय चुनाव की तैयारी में किसी प्रकार की भी शिथिलता नहीं हो. क्योंकि इनके चुनाव परिणामों से पार्टी और राजनीति की आगामी दशा-दिशा भी तय होगी.

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव.
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव.
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Published : Oct 29, 2022, 7:32 AM IST

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से आज कई प्रमुख समाजवादी नेताओं ने मुलाकात की. अखिलेश यादव ने उनके साथ आगामी निकाय चुनावों पर चर्चा की. अखिलेश यादव ने निकाय चुनावों को बहुत महत्वपूर्ण बताते हुए इनमें पार्टी के मजबूत प्रदर्शन पर जोर दिया और कहा कि इनकी तैयारी में किसी प्रकार की भी शिथिलता नहीं हो. क्योंकि इनके चुनाव परिणामों से पार्टी और राजनीति की आगामी दशा-दिशा भी तय होगी.

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि निर्वाचन आयोग ने यदि स्वयं विधानसभा चुनाव 2022 में मतदाता सूची संबंधी नियमों का पालन किया होता तो हजारों मतदाता मतदान से वंचित नहीं रह जाते. बीजेपी सरकार द्वारा विपक्ष की आवाज को दबाने की साजिश की जाती है. चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से हों यह संवैधानिक दायित्व निर्वाचन आयोग का है, बिना किसी भय या प्रलोभन के प्रशासकीय तंत्र के दबाव से परे मतदान की प्रक्रिया सुनिश्चित करना भी चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है. 2022 के विधानसभा चुनाव से संबंधित तमाम शिकायतों और ज्ञापनों का संज्ञान चुनाव आयोग द्वारा क्यों नहीं लिया गया?

अखिलेश यादव ने कहा कि विधानसभा चुनाव 2022 में तमाम धांधलियां हुई, जिनके प्रति समाजवादी पार्टी ने लगातार आपत्तियां की थी. चुनाव के दौरान लखनऊ में डीआईजी लक्ष्मी सिंह का लगातार शिकायतें करने के बावजूद स्थानांतरण नहीं किया गया. जबकि सरोजनी नगर क्षेत्र में उनके पति बीजेपी प्रत्याशी थे. ऐसे कई अधिकारियों, जो वर्षों से एक ही जगह जमे थे, को भी हटाया नहीं गया. कई जगह पति-पत्नी दोनों अधिकारी चार्ज संभाल रहे थे पर उनको भी वहां रहने दिया गया.

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में हजारों मतदेय स्थल भी क्यों बदल दिए गए? इससे कई मतदाता भटकते रहे. तमाम मतदाताओं के नाम सूची से बाहर हो गए. शासन-प्रशासन, मशीनरी द्वारा मतदान में देरी की गई और मनमानी तरीके से मतदान कराया गया.

अखिलेश यादव ने कहा कि कई जगह पीठासीन अधिकारी के पास की सूची और अंतिम सूची में भी अंतर क्यों पाया जाता है. उन्होंने कहा कि अभी अन्तिम मतदाता सूची बनी नहीं, मतदान की प्रक्रिया की घोषणा भी नहीं हुई लेकिन भाजपा नेता नगर निगम के सभी 17 स्थानों पर काबिज हो जाने का दावा कैसे कर सकते हैं? निर्वाचन अधिकारी को इसका संज्ञान लेना चाहिए कि कहीं यह विधानसभा चुनाव 2022 की तरह निकाय चुनाव में भी धांधली का भाजपाई एजेण्डा तो नहीं है? सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि वर्तमान भाजपा सरकार की साजिशों के चलते देश में लोकतंत्र का क्या होगा? भाजपा को केवल सत्ता चाहिए उसके लिए वह किसी भी हद तक जा सकती है। अतः समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं को सतत सजग-सतर्क रहना है

इसे भी पढे़ं- पिता के निधन के बाद पहली बार गोला गोकर्णनाथ उपचुनाव में प्रचार के लिए जाएंगे अखिलेश

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से आज कई प्रमुख समाजवादी नेताओं ने मुलाकात की. अखिलेश यादव ने उनके साथ आगामी निकाय चुनावों पर चर्चा की. अखिलेश यादव ने निकाय चुनावों को बहुत महत्वपूर्ण बताते हुए इनमें पार्टी के मजबूत प्रदर्शन पर जोर दिया और कहा कि इनकी तैयारी में किसी प्रकार की भी शिथिलता नहीं हो. क्योंकि इनके चुनाव परिणामों से पार्टी और राजनीति की आगामी दशा-दिशा भी तय होगी.

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि निर्वाचन आयोग ने यदि स्वयं विधानसभा चुनाव 2022 में मतदाता सूची संबंधी नियमों का पालन किया होता तो हजारों मतदाता मतदान से वंचित नहीं रह जाते. बीजेपी सरकार द्वारा विपक्ष की आवाज को दबाने की साजिश की जाती है. चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से हों यह संवैधानिक दायित्व निर्वाचन आयोग का है, बिना किसी भय या प्रलोभन के प्रशासकीय तंत्र के दबाव से परे मतदान की प्रक्रिया सुनिश्चित करना भी चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है. 2022 के विधानसभा चुनाव से संबंधित तमाम शिकायतों और ज्ञापनों का संज्ञान चुनाव आयोग द्वारा क्यों नहीं लिया गया?

अखिलेश यादव ने कहा कि विधानसभा चुनाव 2022 में तमाम धांधलियां हुई, जिनके प्रति समाजवादी पार्टी ने लगातार आपत्तियां की थी. चुनाव के दौरान लखनऊ में डीआईजी लक्ष्मी सिंह का लगातार शिकायतें करने के बावजूद स्थानांतरण नहीं किया गया. जबकि सरोजनी नगर क्षेत्र में उनके पति बीजेपी प्रत्याशी थे. ऐसे कई अधिकारियों, जो वर्षों से एक ही जगह जमे थे, को भी हटाया नहीं गया. कई जगह पति-पत्नी दोनों अधिकारी चार्ज संभाल रहे थे पर उनको भी वहां रहने दिया गया.

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में हजारों मतदेय स्थल भी क्यों बदल दिए गए? इससे कई मतदाता भटकते रहे. तमाम मतदाताओं के नाम सूची से बाहर हो गए. शासन-प्रशासन, मशीनरी द्वारा मतदान में देरी की गई और मनमानी तरीके से मतदान कराया गया.

अखिलेश यादव ने कहा कि कई जगह पीठासीन अधिकारी के पास की सूची और अंतिम सूची में भी अंतर क्यों पाया जाता है. उन्होंने कहा कि अभी अन्तिम मतदाता सूची बनी नहीं, मतदान की प्रक्रिया की घोषणा भी नहीं हुई लेकिन भाजपा नेता नगर निगम के सभी 17 स्थानों पर काबिज हो जाने का दावा कैसे कर सकते हैं? निर्वाचन अधिकारी को इसका संज्ञान लेना चाहिए कि कहीं यह विधानसभा चुनाव 2022 की तरह निकाय चुनाव में भी धांधली का भाजपाई एजेण्डा तो नहीं है? सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि वर्तमान भाजपा सरकार की साजिशों के चलते देश में लोकतंत्र का क्या होगा? भाजपा को केवल सत्ता चाहिए उसके लिए वह किसी भी हद तक जा सकती है। अतः समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं को सतत सजग-सतर्क रहना है

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