लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कोरोना वैक्सीन को लेकर विवादित बयान दिया था, जिसको लेकर बीजेपी सरकार ने अखिलेश पर एकतरफा हमला बोल दिया. मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने भी सोमवार को अखिलेश यादव पर तंज कसा. लगातार हो रहे हमलों के बीच अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सफाई देते हुए कहा कि देश के वैज्ञानिकों पर हमें पूरा भरोसा है, लेकिन भाजपा की नीतियों पर भरोसा नहीं है.
अखिलेश यादव ने कहा कि "मुख्यमंत्री की कार्यशैली और सरकार पर जनता को भरोसा नहीं. कोरोना वैक्सीन को लेकर वैज्ञानिकों पर पूरा भरोसा है, लेकिन भाजपा के फैसलों पर हमें भरोसा नहीं है सरकार बताए कि गरीबों को फ्री वैक्सीन कब मिलेगी.
शमशान का भाजपा से है पुराना रिश्ता
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि "जिस तरह से गाजियाबाद में बालू की छत के नीचे दबकर 25 लोगों की मौत हो गई. निश्चित रूप से यह दुखद है. भाजपा के लोग श्मशान में भी लूट कर रहे हैं और इस हादसे की जिम्मेदार भारतीय जनता पार्टी है.
50 लाख मिलनी चाहिए मदद
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि "प्रदेश सरकार ने जिस तरह से गाजियाबाद की घटना में मृत परिवार के परिजनों को 2 लाख की आर्थिक मदद देने का फैसला लिया है यह काफी कम है. पीड़ित परिवार को 50 लाख की मदद मिलनी चाहिए."
सजावटी काम करती है भाजपा
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि "भाजपा सजावटी काम करती है वह इवेंट मैनेजमेंट का काम करती है. आज ना तो युवाओं के पास नौकरी है ना रोजगार हैं प्रदेश में कानून व्यवस्था बदतर स्थिति में है पर सरकार के कान में जूं नहीं रेंग रही."
मुख्यमंत्री से सुरक्षा मांगने आए व्यापारी की हुई हत्या
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि "प्रतापगढ़ से एक व्यापारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सुरक्षा मांगने लखनऊ आए थे. पर जब वह वापस अपने घर पहुंचा तब तक उसके परिजनों की हत्या हो चुकी थी. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रदेश में अपराधी कितने बेखौफ हैं."
आजमगढ़ के किसानों का नहीं हो रहा गन्ना भुगतान
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि "प्रदेश सरकार भले ही प्रदेश के जनपदों के गन्ना किसानों का भुगतान कर रही पर आजमगढ़ के गन्ना किसानों का भुगतान इसलिए नहीं कर रही है कि वहां से मैं सांसद हूं. आजमगढ़ से भारतीय जनता पार्टी हार गई है इसलिए वहां के किसानों का भुगतान नहीं किया जा रहा है."
बड़े दल से नहीं होगा गठबंधन
अखिलेश यादव ने 2022 विधानसभा चुनाव को लेकर कहा कि "किसी भी बड़े राजनीतिक दल से समाजवादी पार्टी का गठबंधन नहीं हुआ है. 2017 के विधानसभा चुनाव में कई छोटे दल हमारे साथ थे और छोटे दलों से गठबंधन की गुंजाइश आगे भी रहेगी."