लखनऊ: योगी सरकार ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए पुलिस महकमे में बड़े पैनामे पर फेरबदल किया है. सरकार के निर्देश पर रविवार देर रात विभिन्न जिलों में कार्यरत 111 पुलिस उपाधीक्षकों के तबादले किए गए हैं. इसको लेकर विपक्ष हमलावर है. वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तबादले पर तंज कसा है.
-
कोरोना में उप्र में 100 से अधिक डिप्टी एसपी के दूर-दूर तबादले करना शासन की अपरिपक्वता व असंवेदनशीलता को दर्शाता है. नये शहर को समझने में समय लगता है साथ ही शिक्षा-सत्र के मध्य में ट्रांसफ़र की समस्या परिवारवाले जानते हैं.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 9, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
क़ानून-व्यवस्था एन्काउंटर व तबादले की नीति से नहीं बनती.
">कोरोना में उप्र में 100 से अधिक डिप्टी एसपी के दूर-दूर तबादले करना शासन की अपरिपक्वता व असंवेदनशीलता को दर्शाता है. नये शहर को समझने में समय लगता है साथ ही शिक्षा-सत्र के मध्य में ट्रांसफ़र की समस्या परिवारवाले जानते हैं.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 9, 2020
क़ानून-व्यवस्था एन्काउंटर व तबादले की नीति से नहीं बनती.कोरोना में उप्र में 100 से अधिक डिप्टी एसपी के दूर-दूर तबादले करना शासन की अपरिपक्वता व असंवेदनशीलता को दर्शाता है. नये शहर को समझने में समय लगता है साथ ही शिक्षा-सत्र के मध्य में ट्रांसफ़र की समस्या परिवारवाले जानते हैं.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 9, 2020
क़ानून-व्यवस्था एन्काउंटर व तबादले की नीति से नहीं बनती.
अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए कहा है कि कोरोना काल में यूपी में 100 से अधिक डिप्टी एसपी के दूर-दूर तबादले करना शासन की अपरिपक्वता व असंवेदनशीलता को दर्शाता है.
अखिलेश यादव ने कहा है कि नए शहर को समझने में समय लगता है. साथ ही शिक्षा-सत्र के मध्य में ट्रांसफ़र की समस्या परिवारवाले जानते हैं. कानून-व्यवस्था एनकाउंटर व तबादले की नीति से नहीं बनती.