लखनऊ: सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश में बढ़ते अपराधों के लिये भाजपा को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा है कि सपा हमेशा से ही अपराधियों के खिलाफ रही है. सपा सरकार में कभी भी अपराधियों को प्रश्रय नहीं दिया गया. भाजपा ने न सिर्फ अपराधियों को पनाह दिया है, बल्कि अपराध को रोक पाने में पूरी तरह विफल रही है. फर्जी एनकाउंटर से अपराधी तो डरे नहीं, निर्दोष अवश्य भयग्रस्त हैं. सबसे ज्यादा अपराधी भाजपा में ही हैं.
अखिलेश ने कहा कि सत्ता के मद में विधिक प्रक्रिया से बाहर जाकर पुलिस बल का दुरुपयोग करने से अपराधों पर रोक नहीं लग सकती. जब तक भाजपा अपने बचाव में दूसरों को फंसाने की रणनीति पर काम करती रहेगी, तब तक सुशासन स्थापित नहीं हो सकता. बदले की भावना से विपक्ष पर हमलावर होने से भाजपा को कुछ मिलने वाला नहीं, क्योंकि झूठ के पैर नहीं होते हैं.
भाजपा को सरकार की भूख
सपा मुखिया ने कहा कि समाज में नफरत फैलाना और समाज को बांटकर राजनीति करना यह लोकतंत्र की स्वस्थ परंपराओं के खिलाफ है. सरकार की यह जिम्मेदारी है कि समाज में सभी के साथ बराबरी का व्यवहार हो. जाति के आधार पर निर्णय करने से समाज में असंतोष व्याप्त होता है. इसलिए समाजवादी पार्टी सदैव सामाजिक न्याय की पक्षधर रही है, जिससे किसी भी वर्ग के अधिकारों का हनन न हो.
अखिलेश ने कहा कि भाजपा राजनीतिक ताकत चाहती है. जनता को ताकत मिले या न मिले, लेकिन भाजपा को बस सरकार की भूख है. जनता की भूख से उसका कुछ लेना-देना नहींं. जनता निराश है. भाजपा ने प्रगति का रास्ता रोका है. भाजपा ने लोगों का भरोसा तोड़ा है.
अखिलेश ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ‘‘ठोको नीति‘‘ के कारण अपराध बढ़ते जा रहे हैं. अपनी विफलता के बारे में चर्चा करना भाजपा नेतृत्व को रास नहीं आता है. अखिलेश ने कहा कि प्रदेश में तीन वर्ष चार माह में जनता को भाजपा ने उलझा दिया है. गुमराह करने को ही भाजपा अपनी सफलता समझती है. यह अंतर है भाजपा और सपा में.