लखनऊ : लड़के हैं, लड़कों से गलती हो जाती है.. इस बयान को जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तंज के तौर पर विधानसभा सदन में बोला तो इस पर पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव तमतमा गए. उन्होंने कहा कि जिनकी बात आप कर रहे हो आपकी केंद्र सरकार ने उनको सम्मानित किया है. कम से कम अपनी सरकार का सम्मान तो कीजिए. इसके जवाब में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि तुमने अपने बाप का सम्मान नहीं किया...हमको सम्मान सिखा रहे हो.
दरअसल, राज्यपाल के अभिभाषण में धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के बीच में तनातनी होती रही. शुरू से आखिर तक कई मुद्दों पर अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री की बातों को काटा. इसके जवाब में बहुत ही आक्रामक अंदाज में योगी ने उनको जमकर घेरा. अभी योगी ने बोलना भी नहीं शुरू किया था कि उससे पहले ही अखिलेश यादव ने प्रयागराज में राजू पाल हत्याकांड के गवाह के मर्डर का मामला उठा दिया.उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर सरकार को जवाब देना चाहिए.
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि निश्चित तौर पर यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. मगर हम इस पर कड़ी कार्रवाई करेंगे. यह भी याद रखना चाहिए कि इस माफिया को किसने पाला था. इस बात को लेकर अखिलेश आक्रामक हो गए और अपने विधायकों के साथ वेल में आकर नारेबाजी करने लगे. बाद में जब सोमवार को इस मुद्दे पर चर्चा को लेकर अध्यक्ष सतीश महाना ने आश्वासन दिया तब अखिलेश यादव और उनके विधायक शांत हुए.
गेस्ट हाउस कांड और अन्य मुद्दों को याद करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जब तंज किया तब जवाब में अखिलेश यादव ने कहा कि चिन्मयानंद किसके गुरु थे. इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लड़के हैं, लड़कों से गलतियां हो जाती है बयान का जिक्र किया. इस बयान के आते ही अखिलेश यादव भड़क उठे. उन्होंने कहा कि आपकी सरकार तो नेताजी को सम्मानित कर रही है. कम से कम उसका ख्याल रखिये. इस पर सीएम योगी ने कहा कि तुमने अपने बाप का सम्मान नहीं किया, हमें सम्मान सिखा रहे हो.
इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव से कहा कि आप गुस्सा कम कर दें. प्रदेश को एकजुट न कर पाएं, कम से कम परिवार को एकजुट कर लें. अभी कुछ देर ही बीती थी कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के चेहरे की ओर इशारा करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि अपना चेहरा देखो और बताओ कि गुस्से में कौन है. एक न्यूज़ क्लिपिंग को प्रदर्शित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह भी एक खेल था. 86 एसडीएम में से अधिकांश एक जाति के हुआ करते थे.
अखिलेश बोले कि उन एसडीएम की सूची ऑन द फ्लोर जारी की जाए. योगी ने अखिलेश पर तंज किया कि अनुसूचित जाति का नाम नेता विरोधी दल को नहीं पता होगा. उनको एक ही जाति का नाम पता होगा.