लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज भाजपा से यूपी के विकास को लेकर कई सवाल पूछे. उन्होंने X पर सवाल किया है कि उप्र के लिए हवा-हवाई दावे करनेवाले माननीय ये भी तो बताएं. एक ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए कितनी ग्रोथ रेट होनी चाहिए और वास्तव में कितनी है? देश को प्रधानमंत्री और सबसे अधिक सांसद देने वाले प्रदेश को दिल्लीवालों ने कितने एक्सप्रेस-वे दिए? इंवेस्टमेंट कितना ज़मीन पर उतरा व उससे कितना उत्पादन हुआ और उससे कितनों को रोज़गार मिला?
वहीं, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सपा कार्यालय में एक कार्यक्रम में आये सभी कलाकारों को नववर्ष की शुभकामनाएं एवं बधाई दी तथा समाजवादी सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के कलाकारों के गीत देर तक सुनते रहे. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी का सांस्कृतिक प्रकोष्ठ बहुत समृद्ध है. इस प्रकोष्ठ की आगामी लोकसभा चुनाव में जनमत बनाने में बड़ी भूमिका होगी. पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के सभी कलाकारों को आव्हान किया कि वे प्रकोष्ठ के संयुक्त कार्यक्रम से पूरे प्रदेश में दर-दर जाकर अलख जगा दें जिससे भाजपा सरकार से छुटकारा मिले.
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार में यश भारती सम्मान से कलाकारों, लेखकों तथा अन्य क्षेत्र के उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों को सम्मानित किया गया था. उन्हें पेंशन देने की भी व्यवस्था की गई थी. भाजपा सरकार ने आते ही इसे रद्द कर दिया. यादव ने कहा कि भाजपा ने कला-संस्कृति का जो अपमान किया है उससे सभी कलाकारों को अपने गायन से भाजपा के खिलाफ जनमत बनाना और सत्ता से बेदखल करने के लिए जनता को जागरूक करना है.
कलाकार अपने कार्यक्रमों से समाजवादी पार्टी की नीतियों एवं उपलब्धियों को बूथ स्तर तक पहुंचाकर लोकतंत्र बचाने में अपनी भूमिका का निर्वहन करेंगे. अखिलेश यादव ने कहा कि संविधान और लोकतंत्र खतरे में है. इस बार धर्म जाति की लड़ाई से ऊपर उठकर लोकसभा चुनाव में संविधान एवं लोकतंत्र को बचाने के लिए पीडीए केन्द्र की भाजपा सरकार को हटाएगा.
ये भी पढ़ेंः गुरुद्वारा सेवादार को विदेश से खालिस्तान समर्थक की धमकी, सीएम योगी से शिकायत करना पड़ेगा जान पर भारी
ये भी पढ़ेंः अयोध्या-आनंद विहार वंदे भारत एक्सप्रेस आज से पहली बार यात्रियों के लिए पटरी पर दौड़ेगी