लखनऊ: दुर्दांत अपराधी विकास दुबे के एनकाउंटर पर कांग्रेस ने योगी सरकार को आड़े हाथों लिया है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जिस तरह से इस पूरे घटनाक्रम को अंजाम दिया गया, वह विकास दुबे के राजनैतिक और आपराधिक गठजोड़ को खत्म करने की साजिश का हिस्सा है.
'30 साल पुराने राज का एनकाउंटर'
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने शुक्रवार को ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि पूरे मामले में सरकार की भूमिका पर पहले ही सवाल उठते रहे हैं. विकास दुबे के साथ पहली मुठभेड़ में शहीद हुए पुलिसकर्मियों के परिजन भी सवाल उठा रहे थे. उनके सवालों का जवाब अभी तक नहीं आ सका. अब जब विकास दुबे को मुठभेड़ में मार दिया गया है तो इस घटना ने विकास दुबे के पुलिस अधिकारियों के साथ ही पंचम तल पर बैठने वाले अधिकारियों और राजनेताओं के साथ गठजोड़ का 30 साल पुराने रिश्तों का भी एनकाउंटर कर दिया है.
...नहीं तो बेनकाब हो जाते कई चेहरे
अजय कुमार लल्लू ने कहा कि अगर विकास दुबे जिंदा रहता तो राजनीतिक दल और सरकारी अधिकारियों के चेहरे बेनकाब होते. इससे राजनीति को अपराधी मुक्त करने की दिशा में काम हो सकता था, लेकिन योगी सरकार का यह मकसद नहीं है. इस एनकाउंटर के जरिए सरकार ने उस राज को भी उजागर होने से बचा लिया, जिसकी वजह से कई लोग मुश्किल में पड़ने वाले थे.
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मामले की हो जांच
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि विकास दुबे अगर जिंदा रहता तो पिछले 30 साल के दौरान उसके कौन-कौन लोग मददगार रहे हैं, उनका भी पता लगाया जा सकता था. साथ ही इसकी उच्चस्तरीय व सीबीआई से जांच भी कराई जा सकती थी, लेकिन सरकार ने इस पर भरोसा नहीं किया.