लखनऊः तालकटोरा और लालबाग की हवा में फिर से प्रदुषित हो गई है. राजधानी समेत प्रदेश के कई जिलों में लगातार हवा में प्रदूषण फैल रहा था. बीते दो दिनों में प्रदेश के कई जिलों में आबोहवा में थोड़ी राहत मिली थी. रविवार को राजधानी स्थित कई इलाकों में प्रदूषण फिर से खतरनाक हो गया है.
इन जिलों की हवा प्रदुषित
ग्रेटर नोएडा, बुलंदशहर समेत कई जिलों में फिर से हवा प्रदुषित हो गई है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार रविवार को बुलंदशहर का एक्यूआई 307, गाजियाबाद 272, ग्रेटर नोएडा 302, कानपुर 212, लखनऊ 253, मेरठ 152, मुजफ्फरपुर 274, नोएडा 231 दर्ज किया गया.
लखनऊ के इलाकों का एक्यूआई
लालबाग 315, तालकटोरा 333, गोमती नगर 188, सेंट्रल स्कूल 231 दर्ज किया गया है.
क्या हैं मानक
पर्यावरणविद सुशील द्विवेदी बताते हैं अगर एयर क्वालिटी इंडेक्स 0-50 के बीच है, तो इसे अच्छा माना जाता है. 51-100 के बीच संतोषजनक होता है. जबकि 101 से 200 के बीच औसत और 201 से 300 के बीच खराब माना जाता है. इसके अलावा 301 से 400 के बीच में हो तो एयर क्वालिटी इंडेक्स बहुत बुरा माना जाता है. अगर यह 401 से 500 के बीच हो तो इसे गंभीर माना जाता है. इस समय लखनऊ की हवा में सुधार हुआ है. वह बताते हैं कि लखनऊ में बीते दिनों पीएम 2.5 अपने उच्चतम स्तर पर दर्ज किया गया था. पीएम 2.5 हवा में तैरने वाले वह महीन कण हैं, जिन्हें हम देख नहीं पाते हैं. वायुमंडल में इनकी मात्रा जितनी कम होती है, हवा उतनी ही साफ होती है. इसका हवा में सुरक्षित स्तर 60 माइक्रोग्राम है. इसके अलावा पीएम 10 भी हवा की गुणवत्ता को प्रभावित करता है.