मेरठ: सर्दी का मौसम आते ही वायु प्रदूषण भी अपना असर दिखाने लगा है. दिल्ली एनसीआर के बाद मेरठ में भी बढ़ता वायु प्रदूषण खतनाक स्तर पर पहुंच गया है. शुक्रवार को महानगर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 450 रिकार्ड किया गया है. लगातार हो रहे वायु प्रदूषण से जहां अस्थमा के मरीजों को परेशानी हो रही है, वहीं ब्लड प्रेशर और दिल के मरीजों के लिए भी खतरा बनता जा रहा है.
खास बात यह है कि स्वस्थ और सामान्य लोगों के लिए भी बढ़ता वायु प्रदूषण ठंड के मौसम में स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर सकता है. इसके चलते स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना के साथ प्रदूषण से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी की है. सीएमओ डॉ. राजकुमार ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि वायु प्रदूषण अस्थमा के मरीजों और बुजुर्गों के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक है. सभी को कोरोना के साथ प्रदूषण से बचने के लिए मॉस्क पहनकर ही घर से बाहर निकलना चाहिए. साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने सुबह के वक्त बुजुर्गों और छोटे बच्चों को घरों में ही रहने की सलाह दी है.
बढ़ रहा है वायु प्रदूषण का खतरा
नवंबर शुरू होते ही ठंड ने भी दस्तक दे दी है. जहां सुबह-शाम धुंध हो रही है, वहीं पर्यावरण में धूल के कण बढ़ने से वायु प्रदूषण फैलता जा रहा है और आम जनता की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. वायु प्रदूषण बढ़ना मरीजों के लिए ही नहीं, बल्कि स्वस्थ लोगों के लिए भी चिंताजनक है. सुबह के वक्त एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 होता है, वही शाम आते-आते यह 400 को पार कर जाता है. इससे गंभीर बीमारियां होने की संभावना बनी रही है.
मरीजों को हो जाता है इंफेक्शन
सीएमओ डॉ. राजकुमार ने बताया कि सर्दी के मौसम में वायु प्रदूषण बढ़ने से अस्थमा के मरीजों को सबसे ज्यादा परेशानी होती है. एलर्जी और धूम्रपान करने वाले, जिन्हें सीओपीडी की समस्या होती है, ऐसे लोगों के लिए वायु प्रदूषण बढ़ना खतरे की घण्टी है. प्रदूषित पर्यावरण में जाते ही ऐसे मरीजों का न सिर्फ दम घुटने लगता है, बल्कि कई बार जान जाने का खतरा भी बढ़ जाता है. सीएमओ डॉ. राजकुमार ने यह भी बताया कि मरीजों के लिए बने खतरे को एक्यूट एग्जेस्टसर्वेजेशन कहते हैं, जिससे मरीज को इंफेक्शन भी हो जाता है.
वायरल फीवर से होती है शुरुआत
इंफेक्शन की शुरुआत वायरल फीवर से होती है. इसके बाद यह बैक्ट्रिया इंफेक्शन बन जाता है. अस्थमा के मरीजों को बलगम आने लगता है और सांस फूलने लगती है. कई मामलों में अस्थमा के मरीजों को अस्पताल में भर्ती भी करवाना पड़ता है. ऐसे मरीजों को प्रदूषण फैलते वक्त सावधानी बरतने की जरूरत होती है.
कैसे करें बचाव
सीएमओ ने बताया कि इन दिनों सुबह के वक्त ठंड ज्यादा होने लगी है. ऐसे में गर्म एवं ज्यादा से ज्यादा कपड़े पहन कर ही घर से बाहर निकलना चाहिए. जिस तरह से मास्क लगाना कोरोना से बचाता है, उसी तरह से वायु प्रदूषण से भी बचाता है. सुबह-शाम, दिन-रात जब भी घरों से बाहर निकले तो मास्क लगा कर ही निकलें. इससे आप कोरोना से बचेंगे और वायु प्रदूषण से राहत मिल सकेगी. सीएमओ ने लोगों को सलाह देते हुए कहा कि इन दिनों घरों में अलाव न जलाएं, खेतों में फसल अवशेष या फिर पराली न जलाएं. इनसे उठने वाले धुंए से ही सबसे ज्यादा वायु प्रदूषण फैलता है.