लखनऊ: उत्तर प्रदेश के शहरों में लगातार वायु प्रदूषण बढ़ता जा रहा है. प्रदेश के कई शहरों की हवा दिल्ली से ज्यादा जहरीली है. एयर क्वालिटी इंडेक्स के मुताबिक, ग्रेटर नोएडा उत्तर प्रदेश का सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर है. इसके अलावा उत्तर प्रदेश के शहरों में वायु प्रदूषण दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. उत्तर प्रदेश के शहर दिल्ली से भी ज्यादा प्रदूषित हो गए हैं.
दिल्ली से ज्यादा उत्तर प्रदेश की हवा जहरीली
एयर क्वालिटी इंडेक्स में यह साफ हुआ है कि उत्तर प्रदेश अब दिल्ली से ज्यादा प्रदूषित है. दरअसल एयर क्वालिटी इंडेक्स में दिल्ली का आंकड़ा 296 है तो वहीं उत्तर प्रदेश के शहरों में ग्रेटर नोएडा अकेले ही 328 अंक के साथ सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में है.
ग्रेटर नोएडा की हवा सबसे ज्यादा प्रदूषित
उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में ग्रेटर नोएडा नंबर 1 पर है. इसके अलावा गाजियाबाद में 318 ,लखनऊ 300, नोएडा 308, कानपुर में 263 व वाराणसी में 220 एयर क्वालिटी इंडेक्स में वायु गुणवत्ता मापी गई. इसके साथ-साथ उत्तर प्रदेश के अन्य शहरों में भी हवा में प्रदूषण दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है.
लखनऊ जिला प्रशासन ने जारी किए दिशा निर्देश,पर नहीं हो रहा पालन
लखनऊ में कई दिनों से लगातार प्रदूषण बढ़ रहा है. कुछ दिन पहले प्रशासन ने इसे रोकने को दिशा निर्देश जारी किए थे, लेकिन इसके बाद भी इन निर्देशों का पालन होता नहीं दिख रहा. जिला प्रशासन ने निर्देश दिए थे कि निर्माण कार्य स्थलों पर पानी का छिड़काव कर धूल उड़ने से रोकी जाए. निर्माण स्थलों पर ग्रीन नेट लगाने समेत कई अन्य सावधानियां बरतने को कहा जा रहा था, लेकिन इसका असर नजर नहीं आ रहा. इन्हीं सब लापरवाहियों का नतीजा है कि राजधानी लखनऊ उत्तर प्रदेश के सबसे प्रदूषित शहरों में तीसरे नंबर पर है.
लखनऊ का लालबाग क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रदूषित
राजधानी लखनऊ में वायु प्रदूषण काफी तेजी से बढ़ा है. इसको सुबह शाम बढ़ती हुई धुंध में साफ देखा जा सकता है. राजधानी लखनऊ में सबसे ज्यादा प्रदूषण 3 क्षेत्रों में है, जिनमें लालबाग क्षेत्र में सबसे अधिक प्रदूषण मापा गया है. वहीं इसके बाद तालकटोरा और गोमती नगर क्षेत्र में भी प्रदूषण सबसे ज्यादा है. इन क्षेत्रों में जिला प्रशासन द्वारा प्रदूषण को कम करने के लिए दिशा निर्देश जारी किए गए हैं.
दिल्ली से ज्यादा है ग्रेटर नोएडा में वायु प्रदूषण, लखनऊ है तीसरे नंबर पर
दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश में भी वायु प्रदूषण बढ़ा है. पिछले कुछ दिनों में ग्रेटर नोएडा प्रदेश के सबसे प्रदूषित शहरों में शुमार रहा है. वहीं प्रदेश के सबसे ज्यादा वायु प्रदूषित शहरों में लखनऊ तीसरे नंबर पर आ गया है.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के शहरों में लगातार वायु प्रदूषण बढ़ता जा रहा है. प्रदेश के कई शहरों की हवा दिल्ली से ज्यादा जहरीली है. एयर क्वालिटी इंडेक्स के मुताबिक, ग्रेटर नोएडा उत्तर प्रदेश का सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर है. इसके अलावा उत्तर प्रदेश के शहरों में वायु प्रदूषण दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. उत्तर प्रदेश के शहर दिल्ली से भी ज्यादा प्रदूषित हो गए हैं.
दिल्ली से ज्यादा उत्तर प्रदेश की हवा जहरीली
एयर क्वालिटी इंडेक्स में यह साफ हुआ है कि उत्तर प्रदेश अब दिल्ली से ज्यादा प्रदूषित है. दरअसल एयर क्वालिटी इंडेक्स में दिल्ली का आंकड़ा 296 है तो वहीं उत्तर प्रदेश के शहरों में ग्रेटर नोएडा अकेले ही 328 अंक के साथ सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में है.
ग्रेटर नोएडा की हवा सबसे ज्यादा प्रदूषित
उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में ग्रेटर नोएडा नंबर 1 पर है. इसके अलावा गाजियाबाद में 318 ,लखनऊ 300, नोएडा 308, कानपुर में 263 व वाराणसी में 220 एयर क्वालिटी इंडेक्स में वायु गुणवत्ता मापी गई. इसके साथ-साथ उत्तर प्रदेश के अन्य शहरों में भी हवा में प्रदूषण दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है.
लखनऊ जिला प्रशासन ने जारी किए दिशा निर्देश,पर नहीं हो रहा पालन
लखनऊ में कई दिनों से लगातार प्रदूषण बढ़ रहा है. कुछ दिन पहले प्रशासन ने इसे रोकने को दिशा निर्देश जारी किए थे, लेकिन इसके बाद भी इन निर्देशों का पालन होता नहीं दिख रहा. जिला प्रशासन ने निर्देश दिए थे कि निर्माण कार्य स्थलों पर पानी का छिड़काव कर धूल उड़ने से रोकी जाए. निर्माण स्थलों पर ग्रीन नेट लगाने समेत कई अन्य सावधानियां बरतने को कहा जा रहा था, लेकिन इसका असर नजर नहीं आ रहा. इन्हीं सब लापरवाहियों का नतीजा है कि राजधानी लखनऊ उत्तर प्रदेश के सबसे प्रदूषित शहरों में तीसरे नंबर पर है.
लखनऊ का लालबाग क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रदूषित
राजधानी लखनऊ में वायु प्रदूषण काफी तेजी से बढ़ा है. इसको सुबह शाम बढ़ती हुई धुंध में साफ देखा जा सकता है. राजधानी लखनऊ में सबसे ज्यादा प्रदूषण 3 क्षेत्रों में है, जिनमें लालबाग क्षेत्र में सबसे अधिक प्रदूषण मापा गया है. वहीं इसके बाद तालकटोरा और गोमती नगर क्षेत्र में भी प्रदूषण सबसे ज्यादा है. इन क्षेत्रों में जिला प्रशासन द्वारा प्रदूषण को कम करने के लिए दिशा निर्देश जारी किए गए हैं.