लखनऊ: एयर मार्शल दिलीप कुमार पटनायक (एवीएसएम वीएम) ने शनिवार को मध्य वायु कमान (मवाक) भारतीय वायु सेना (भावासे) के वरिष्ठ वायु स्टॉफ अफसर का पदभार ग्रहण किया. एयर मार्शल दिलीप कुमार पटनायक ने भारतीय वायु सेना की लड़ाकू विमान शाखा में फाइटर पायलट के रूप में 8 जून 1984 को कमीशन प्राप्त किया था.
मध्य कमान की जन सम्पर्क अधिकारी गार्गी मलिक सिन्हा ने बताया कि एयर मार्शल दिलीप कुमार पटनायक को भारतीय वायु सेना में उपलब्ध विभिन्न प्रकार के फाइटर एवं ट्रेनर विमानों को उड़ाने का व्यापक अनुभव हासिल है. उन्हें मिग-21 और मिराज-2000 फाइटर विमान पर की गई ऑपरेशनल उड़ानों सहित 2500 घंटे से भी अधिक विमान उड़ाने का अनुभव हासिल है. ये सर्चर एम के-II और हेरोन विमान पर लगभग 800 घंटे तक कमांडर रहे हैं.
भारतीय वायु सेना में अपने प्रतिष्ठित कार्यकाल के दौरान एयर मार्शल दिलीप कुमार पटनायक ने विभिन्न महत्वपूर्ण पदों को सुशोभित किया है. वे एक अग्रणी फाइटर स्क्वाड्रन के कमांडिंग अफसर रहे हैं और एक अग्रणी फाइटर बेस को भी इन्होंने कमांड किया है.
एयर वाइस मार्शल के तौर पर एयर मार्शल दिलीप कुमार पटनायक ने स्ट्रेटजिक फोर्सेस कमान मुख्यालय में चीफ स्टॉफ अफसर (एयर वेक्टर) और वायु सेना मुख्यालय वायु भवन में सहायक वायु सेनाध्यक्ष ऑपरेशन्स (एयर डिफेंस) जैसे महत्वपूर्ण पदों को सुशोभित किया है. वर्तमान पदभार ग्रहण करने के पूर्व एयर मार्शल दिलीप कुमार पटनायक ख्यातिप्राप्त एयर वारफेयर कॉलेज के कमांडेंट थे. एयर मार्शल दिलीप कुमार पटनायक रक्षा सेवा स्टॉफ कॉलेज के स्नातक हैं. साथ ही उन्होंने उच्चतर वायु कमान पाठ्यक्रमों को पूरा किया है.
पीआरओ मध्य कमान ने बताया कि एयर मार्शल दिलीप कुमार पटनायक की विशिष्ट सेवाओं को ध्यान में रखते हुए भारत के राष्ट्रपति ने अगस्त 1999 में वायु सेना मेडल (शौर्य) और जनवरी 2020 में इनको अति विशिष्ट सेवा मेडल से अलंकृत किया था.