लखनऊः राजधानी सहित पूरे प्रदेश में लगातार मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है, जिसका असर समाज के साथ-साथ पर्यावरण और एग्रीकल्चर पर हो रहा है. पर्यावरण में बदलाव और बढ़ते प्रदूषण का मुख्य कारण अंधा-धुंध पेड़ों की कटाई और पॉलिथीन का अत्याधिक प्रयोग बताया जा रहा है. लखनऊ के मौसम वैज्ञानिक डॉ. जेपी गुप्ता ने बताया कि, पर्यावरण को संतुलित करने के लिए अधिक मात्रा में पेड़ लगाये जाएं.
बुरा है मौसम का हाल-
- पिछले कई सालों में पेड़ों की अंधा-धुंध कटाई से पर्यावरण में बदलाव आया है.
- प्लास्टिक की वस्तुओं के बढ़ते प्रयोग से पर्यावरण प्रदूषण में वृद्धि हुई है.
- पर्यावरण में लगातार कार्बन डाइऑक्साइड, कार्बन मोनो ऑक्साइड, क्लोरोफ्लोरोकार्बन जैसी विषैली गैसों की मात्रा बढ़ रही है.
- बदलते मौसम का बुरा असर एग्रीकल्चर पर हो रहा है.
क्या कहते हैं मौसम वैज्ञानिक-
- लखनऊ के मौसम वैज्ञानिक डॉ. जेपी गुप्ता ने ईटीवी भारत से बात की.
- उन्होंने बताया कि बदलते पर्यावरण से सबसे ज्यादा कृषि क्षेत्र प्रभावित हो रहा है.
- कहीं ज्यादा बारिश तो कहीं सूखे से लोगों की बहुत परेशानी हो रही है.
- प्रदूषण फैलाने वाली वस्तुएं, पॉलिथीन, एसी, फ्रिज और अत्याधिक गाड़ियों के प्रयोग से लोगों को दूर रहना होगा.
- डॉ. जेपी गुप्ता ने कहा मौसम में संतुलन लाने के लिए अधिक संख्या में पेड़ लगाए जाने चाहिए.