लखनऊ: दीपावली के बाद से शहर की आबोहवा में काफी बदलाव हुआ है. प्रदूषण के कारण दमा के रोगियों को खास दिक्कत हो रही है और दिन भर हवा में उड़ने वाले धूल कण के कारण स्वस्थ व्यक्ति के भी आंखों में जलन हो रही है. बीते सोमवार को लखनऊ का एक्यूआई 338 पहुंच गया था. सीपीसीबी की मंगलवार शाम 4 बजे की रिपोर्ट के अनुसार, राजधानी लखनऊ का एक्यूआई घटकर 266 पहुंचा है. ऐसे में शहरवासियों को थोड़ी राहत मिली है.
यूपी में अगर सबसे ज्यादा एक्यूआई वाले जिलों की बात करें तो इनमें सबसे पहले नंबर पर आगरा, कानपुर, नोएडा, गाजियाबाद, प्रयागराज और वाराणसी है. लखनऊ का एक्यूआई भी सोमवार को बेहद चिंताजनक स्थिति में पहुंच गया था. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, इन दिनों लखनऊ की हवा दूषित हो गई है. रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार को शहर का एक्यूआई 266 है जबकि एक दिन पहले ही शहर का एक्यूआई 338 था. यूपी के 10 शहर ऐसे हैं जहां की हवा दीपावली के बाद से दूषित हुई है.
राजधानी के तालकटोरा इंडस्ट्री सेंटर का एक्यूआई 355, सेंट्रल स्कूल का एक्यूआई 233, लालबाग का एक्यूआई 338, गोमतीनगर का एक्यूआई 277, भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी क्षेत्र का एक्यूआई 227 और कुकरेल पिकनिक स्पॉटस्पॉट-1 का एक्यूआई 216 है. राजधानी लखनऊ के यह क्षेत्र इंडस्ट्रियल एरिया में शामिल होते हैं जहां पर कल कारखाने का काम अधिक होता है.
डार्क रेड जोन में ब्रज क्षेत्र
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने मंगलवार शाम 4 बजे देश के 137 शहरों की एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) जारी की. जिसके मुताबिक, देश में 12 शहर ऐसे हैं, जहां की एक्सूआई 400 के पार मिली है. यानी इन शहरों की हवा बेहद जहरीली और मानव स्वास्थ्य के लिए खतरनाक रही. देश में मंगलवार को भी ब्रज क्षेत्र में प्रदूषण सबसे ज्यादा रहा. फिरोजाबाद जहां देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा. तो वहीं, दूसरे नंबर पर आगरा और तीसरे नंबर पर वृंदावन रहा. ताजनगरी पर सोमवार की तरह ही मंगलवार को दिनभर स्मॉग की चादर तनी रही. खतरनाक, जहरीली और दमघोंटू हवा के चलते लोगों का घर से निकालना मुश्किल हुआ. यूपी के प्रदूषित शहरों में पहले पायदान पर प्रदूषित शहर ब्रज क्षेत्र के ही रहे.
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