लखनऊ : हापुड़ में वकीलों पर लाठीचार्ज के खिलाफ प्रदेश भर में चल रही अधिवक्ताओं की हड़ताल समाप्त हो गई है. गुरुवार को देर शाम को यूपी बार एसोसिएशन और सरकार के अधिकारियों के बीच हुई बातचीत में सरकार ने पांच सूत्री मांगों पर सहमति देने के बाद वकीलों ने हड़ताल खत्म कर दी. सरकार के आश्वासन के बाद एसोसिएशन ने हड़ताल समाप्ति की घोषणा की. यूपी बार काउंसिल के सह अध्यक्ष प्रशांत सिंह अटल ने कहा कि 'सरकार ने हापुड़ के एएसपी को हटाने, सीईओ और पुलिस निरीक्षक को निलंबित करने का आश्वासन दिया है.'
यूपी के अलग-अलग जिलों में वकीलों पर दर्ज मुकदमें भी स्पंज होंगे. एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट पर कमेटी गठित होगी. इसी के साथ शुक्रवार से यूपी के वकील काम पर लौटेंगे. इस दौरान यूपी बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष अनुराग पांडेय, अखिलेश अवस्थी, जानकी शरण पांडेय, प्रदीप कुमार सिंह और प्रशांत सिंह मौजूद रहे. बार एसोसिएशन के जिम्मेदारों ने कहा कि मुख्य सचिव के साथ वार्ता पूरी तरह से सफल रही है. हड़ताल के दौरान जिन वकीलों के ऊपर मुकदमे दर्ज थे, सभी मुकदमे वापस होंगे. दोषी पुलिस वालों कार्रवाई की जाएगी. एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि वकीलों के साथ वार्ता सफल हुई है. वकीलों की मांगों को माना जायेगा. दोषी पुलिस वालों पर कार्रवाई की जाएगी. सभी वकीलों के सर्व सम्मति से हड़ताल वापस लेने का फैसला किया गया है.
गुरुवार को भी हड़ताल पर थे वकील : इससे पहले हापुड़ में अधिवक्ताओं पर पुलिस की ओर से किए गए लाठीचार्ज के विरोध में गुरुवार को पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन जारी रहा. इस दौरान वकीलों ने कई जिलों में विरोध जताया और पुतला भी फूंका. लखनऊ में वकीलों ने प्रदर्शन के लिए सभा की और इसके बाद बैरिकेडिंग तोड़ते हुए हजरतगंज की तरफ बढ़ चले, जहां पुलिसकर्मियों से उनकी तीखी नोकझोंक भी हुई. इसके अलावा कई जगह पुतला फूंकने के साथ धरना प्रदर्शन किया गया. पुलिस ने उन्हें समझा-बुझाकर वापस भेजा.
यह था मामला : पुलिस ने 29 अगस्त को एक महिला अधिवक्ता और उसके पिता के खिलाफ पुलिस से झड़प के आरोप में मामला दर्ज किये जाने का विरोध कर रहे वकीलों पर लाठीचार्ज किया था. घटना के विरोध में प्रदेश के वकील 30 अगस्त से हड़ताल पर थे. इसके बाद देश भर में वकीलों का विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था. प्रदेश में वकीलों की हड़ताल शुरू हुई थीं.