बाड़मेर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रवासियों की घर वापसी सुनिश्चित करवाने को लेकर बेहद गंभीर नजर आ रहे हैं और लगातार राजस्थान में फंसे बाहरी राज्यों के श्रमिकों की घर वापसी को लेकर बसों की व्यवस्था कर रहे हैं, लेकिन बाड़मेर में पिछले 3 दिनों से यूपी के करीबन 40 श्रमिक परेशान हो रहे थे.
बता दें, कि श्रमिकों ने प्रशासन पर परेशान करने के साथ डंडे बरसाने का आरोप लगाया था. इस खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से चलाया जिसके बाद प्रशासन ने तुरंत ही इन श्रमिकों के लिए स्पेशल श्रमिक बस की व्यवस्थाएं करवाई. बस की व्यवस्था होने के बाद श्रमिकों ने ईटीवी भारत का धन्यवाद दिया.
दरअसल, पिछले 3 दिनों से बाड़मेर रोडवेज बस स्टैंड के चक्कर निकाल रहे श्रमिकों ने ईटीवी भारत पर अपना दर्द बयां करते हुए बताया था, कि पिछले 3 दिनों से वह बस स्टैंड के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन प्रशासन उन्हें परेशान कर रहा है. उन्होंने यहां तक भी आरोप लगाया था, कि उनके पर डंडे भी बरसाए गए.
खाने-पीने की पूरी व्यवस्थाएं हुई
बस की व्यवस्था होने के बाद श्रमिकों ने बताया, कि हम पिछले 3 दिनों से परेशान हो रहे थे. लेकिन कोई भी हमारी सुनने के लिए तैयार नहीं था. बल्कि हमें परेशान किया जा रहा था. श्रमिकों ने बताया कि, अधिकारियों ने हमारे लिए बस की व्यवस्था की है अब इस बस से हम यूपी जाएंगे. इस पूरे मामले की जानकारी को लेकर मीडिया से दूरी बना रहे तहसीलदार ने खबर प्रसारित होने के बाद अपना पक्ष रखते हुए कहा, कि इन श्रमिकों के लिए प्रशासन ने इनके रहने और खाने-पीने की पूरी व्यवस्थाएं की और अब श्रमिक स्पेशल बस से इनको यूपी भेजा जा रहा है.
बताया जा रहा, कि इस बस में 37 श्रमिक यूपी के लिए जा रहे हैं. तहसीलदार ने कहा, कि डंडे बरसाने का जो आरोप लगा रहे हैं वह निराधार है. इस पूरे मामले में चाहे कोई किसी की भी लापरवाही रही हो लेकिन पिछले 3 दिनों से यह श्रमिक बेहद परेशान थे. खबर प्रसारित होने के बाद प्रशासन ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए श्रमिक स्पेशल बस की व्यवस्था करवाई.