लखनऊ: गृह विभाग में पनप रहे भ्रष्टाचार व लीक हो रही गोपनीय सूचनाएं रोकने के लिए विभाग के मुखिया अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने एक सख्त फैसला लिया है. उन्होंने विभिन्न शाखाओं से आए पुलिस विभाग के कर्मियों को तत्काल उनके मूल विभाग में भेज दिया और उनके स्थान पर नए कर्मियों की मांग की है.
गोपनीयता भंग करने के शक में हुई कार्रवाई
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस महकमे के विभिन्न शाखाओं व जिलों से गृह विभाग से संबंधित रहे कुल 42 कर्मियों को हटाया गया है. इसमें बड़ी संख्या में ऐसे कर्मी हैं, जो कई वर्षों से विभाग में जमे हुए थे. इसमें से कई पर विभागीय गोपनीयता भंग करने का शक था. कुछ दिन पहले गृह विभाग के कुछ कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी. इसमें एक संयुक्त सचिव वीरेंद्र उपाध्याय को अनिमितता के आरोप में निलंबित किया गया था. इसी मामले में चार अन्य को भी विभाग से हटा दिया गया था.
एक वजह ये भी
वहीं, विभाग में गोपनीयता भंग होने के आए दिन आरोप लग रहे थे, जबकि विभागीय अधिकारी इसके लिए दूसरे विभागों से आए कर्मियों को जिम्मेदार बता रहे थे. सूत्रों का कहना है कि यह कार्रवाई इसी का नतीजा है, हालांकि इसमें बड़ी संख्या ऐसे लोगों की भी है, जो लंबे समय से गृह विभाग में तैनात रहे हैं.
इन पर हुई कार्रवाई
गृह विभाग के कई अन्य भागों में तैनात रहे जिन पुलिसकर्मियों को हटाया गया है. उसमें नागरिक पुलिस के कॉन्स्टेबल, हेड कॉन्स्टेबल, जेल विभाग के जेल वॉर्डर, पीएसी के सिपाही और पुलिस कंप्यूटर केंद्र से सहायक प्रोग्रामर और रेडियो मुख्यालय के संदेशवाहक शामिल हैं.