लखनऊ: यूपी में जल्द से जल्द सभी प्रस्तावित आयुष्मान हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर शुरू किया जाए. इसमें किसी भी तरह की लेटलतीफी नहीं होनी चाहिए. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारी और सीएमओ को समय-समय बैठक कर योजना की समीक्षा करने के निर्देश दिये हैं. साथ ही सेंटर को शुरू करने में आ रही अड़चनों को दूर करने का प्रयास करें.
मरीजों को घर के पास उपचार की सुविधा मुहैया कराने के लिए आयुष्मान हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोले जा रहे हैं. मौजूदा समय में करीब 25 हजार हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का संचालन हो रहा है. नेशनल हेल्थ मिशन की तरफ से प्रदेश में 847 नए सेंटर खोलने को मंजूरी मिली है. किराये के भवनों में सेंटर खोले जायेंगे. अकेले लखनऊ में 68 सेंटर खोले जा चुके हैं. बाकी जिलों में सेंटर खोलने की प्रक्रिया चल रही है. इसमें और तेजी लाने की जरूरत है, ताकि जल्द से जल्द सेंटर चालू किये जा सकें. सेंटर खोलने में किसी भी तरह की चूक नहीं होनी चाहिए. ऐसा करने वाले जिम्मेदारी अधिकारी पर कठोर कार्रवाई की जाएगी.
मुफ्त मिलेगा इलाज
सेंटर में मरीजों को मुफ्त इलाज मिलेगा. डॉक्टर का परामर्श, पैथोलॉजी जांचें दवा आदि मरीजों को मुफ्त उपलब्ध कराया जायेगा. टीकाकरण, दिन में मरीजों को भर्ती (डे केयर) करने की व्यवस्था होगी. लोगों को सेहतमंद रखने के लिए वेलनेस कक्ष भी होगा.
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि बड़े अस्पतालों से मरीजों का दबाव करने की दिशा में लगातार प्रयास किये जा रहे हैं. हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर से मरीजों को घर के पास इलाज मिल सकेगा. प्रारंभिक जांचें भी हो सकेंगी. सामान्य व मौसमी बीमारियों का इलाज समय पर मरीजों को मिल सकेगा. जिन जिलों में सेंटर खुल चुके हैं उनका प्रचार-प्रसार करें, ताकि अधिक से अधिक मरीज लाभांवित हो सकें. सेंटर शुरू करने में लापरवाही बरतने वालों पर कठोर कार्रवाई होगी.
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