लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार का इस वक्त श्रमिकों को लाने और उन्हें रोजगार देने पर खास जोर है. प्रदेश में अब तक 27 लाख श्रमिक वापस आ चुके हैं. इनमें से 18 लाख श्रमिकों का डेटा राजस्व विभाग ने एकत्र कर लिया है. उसके आधार पर उन्हें रोजगार और सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाया जाएगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीम-11 की बैठक कर लॉकडाउन की समीक्षा की और जरूरी दिशा निर्देश दिए.
सीएम योगी ने बाहर से आने वाले श्रमिकों के लिए विशेष अभियान चलाकर उन्हें योजनाओं से लाभान्वित कराने के निर्देश दिए हैं. अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में एक बहुत ही मजबूत मकैनिज्म तैयार किया गया है. दूसरे राज्यों से आने वाले प्रत्येक श्रमिक को क्वारंटाइन सेंटर ले जाया जाता है. उनका पूरा डेटा एकत्र किया जाता है. मेडिकल जांच की जाती है. मेडिकल जांच में अगर वह उनमें कोई लक्षण नहीं दिखाई देता है तो उन्हें राशन किट देकर घर तक भेजने की व्यवस्था की जा रही है.
अवनीश अवस्थी ने बताया कि गांव में गठित की गई निगरानी समितियां उनका ख्याल रख रही हैं. मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को दूसरे राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर उत्तर प्रदेश के रह रहे श्रमिकों की सूची मांगी है. शुक्रवार को ही सभी प्रदेशों को पत्र जा रहा है. इससे पहले भी पत्र भेजा गया था.
प्रदेश में अब तक 1483 ट्रेन ट्रेनें आ चुकी हैं. शुक्रवार रात तक 46 ट्रेन और आ जाएंगी. केवल ट्रेन से ही 20 लाख 14 हजार लोग आ चुके हैं. इसके अलावा बसों के माध्यम से भी श्रमिकों को लाया गया है. बस के माध्यम से राजस्थान, हरियाणा, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड से श्रमिक आये हैं.
प्रदेश में एक दिन में सबसे ज्यादा सैम्पल की हुई जांच
उत्तर प्रदेश में कोरोना के अबतक 7288 केस सामने आ चुके हैं. पिछले 24 घंटों में 218 नए कोरोना के संक्रमित मरीज सामने आए हैं. प्रदेश में इस समय 2842 एक्टिव केस हैं. अब तक 4244 मरीज उपचारित होकर घर जा चुके हैं. कोरोना वायरस के संक्रमण से उत्तर प्रदेश में अभी तक 198 लोगों की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु हुई है. इस समय आइसोलेशन वार्ड में 2916 लोग रखे गए हैं, जिनका इलाज विभिन्न चिकित्सालयों में या मेडिकल कॉलेजों में चल रहा है. फैसिलिटी क्वारंटाइन में 8507 लोग रखे गए हैं. गुरुवार प्रदेश में सर्वाधिक सैंपल की जांच हुई है. राज्य में गुरुवार को 9 हजार 981 सैम्पल की जांच की गई. अब तक कुल सैम्पल जांच की संख्या ढाई लाख के पार है.
2012 श्रमिक कोरोना पॉजिटिव चिह्नित
आशा वर्कर प्रवासी श्रमिकों की ट्रैकिंग कर रही हैं. अबतक 10 लाख से अधिक श्रमिकों की ट्रैकिंग कर चुकी हैं. इसमे 986 लोग ऐसे पाए गए हैं, जिन्हें कोई न कोई लक्षण पाए गए हैं. ऐसे सभी लोगों की सैम्पल लेकर जांच की जा रही है. अब तक कुल कोरोना पॉजिटव प्रकरणों में 2012 श्रमिकों के संक्रमित होने की सूचना है. हमारी टेस्टिंग की क्षमता लगातार बढ़ रही है. अब हम 10 हजार के करीब पहुंच गए हैं. अगले पांच से छह दिनों के अंदर ऐसी अत्याधुनिक मशीनें सभी जिलों को उपलब्ध करा दी जाएंगी, जो जांच के घंटे दो घंटे के बीच में ही रिपोर्ट दे देंगी.