लखनऊ: कानपुर बिकरू गोलीकांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे के भाई दीप प्रकाश दुबे ने 23 दिसंबर 2020 को कोर्ट में आत्मसमर्पण किया था. पुलिस पूछताछ में दीप प्रकाश दुबे ने बताया कि वह बहुत पहले ही आत्मसमर्पण करना चाहता था, लेकिन पुलिस की सतर्कता के चलते उसने प्लान बदल दिया. दीप प्रकाश दुबे के मुताबिक वह दो बार भेष बदलकर आत्मसमर्पण करने कोर्ट पहुंचा था.
पुलिस की वर्दी में पहुंचा कोर्ट
विकास दुबे के भाई दीप प्रकाश दुबे ने पुलिस को पूछताछ में बताया वह एक दिन पुलिस की वर्दी में कोर्ट में आत्मसमर्पण के लिए पहुंचा था, जिससे पुलिस उसे पहचान न सके. दूसरे दिन वह जैकेट और टोपी पहनकर कोर्ट पहुंचा था, लेकिन इस वेशभूषा में पुलिस उसे पहचान नहीं पाई. फिलहाल कृष्णा नगर की पुलिस दीप प्रकाश दुबे से पूछताछ कर रही है. पुलिस अभी तक उसके नाम से दर्ज असलहे को बरामद नहीं कर सकी है. इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में एसआईटी ने तत्कालीन इंस्पेक्टर कृष्णा नगर को दोषी माना था. साथ ही पिछले दिनों इंस्पेक्टर अंजनी कुमार पांडेय पर कार्रवाई भी हुई थी.
नहीं मिल सकी कस्टडी रिमांड
न्यायालय ने दीप प्रकाश दुबे की कस्टडी रिमांड को स्वीकार नहीं किया है. वहीं पुलिस के अनुसार दीप प्रकाश पुलिस को लगातार गुमराह कर रहा है. उसने पूछताछ में यह नहीं बताया कि वह किन-किन लोगों से मिलता था. कहां छुपा हुआ था और उसने असलहे को कहां छुपाया है.
क्या था मामला
कानपुर के बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे को 2017 में प्रतिबंधित असलहे के साथ कृष्णा नगर पुलिस ने पकड़ा था. वहीं इस मामले में विकास दुबे का भाई दीपक प्रकाश दुबे भी फरार चल रहा था. 21 दिसंबर 2020 को उसके मकान की कुर्की हुई, तो 23 दिसंबर को दीप प्रकाश ने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया. वहीं पुलिस को दीप प्रकाश से कई मामलों में पूछताछ करनी है, जो बिकरु कांड की जांच के लिए अहम है.
बिकरू कांड: भेष बदलकर कोर्ट जाता था विकास दुबे का भाई ! - deep prakash dubey statement
कानपुर बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे का भाई दीप प्रकाश दुबे भेष बदलकर कोर्ट जाता था. यह बात उसने पुलिस पूछताछ में बताई. उसने बताया कि वह पहले ही आत्मसमर्पण करना चाहता था, लेकिन उसने प्लान बदल दिया.
लखनऊ: कानपुर बिकरू गोलीकांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे के भाई दीप प्रकाश दुबे ने 23 दिसंबर 2020 को कोर्ट में आत्मसमर्पण किया था. पुलिस पूछताछ में दीप प्रकाश दुबे ने बताया कि वह बहुत पहले ही आत्मसमर्पण करना चाहता था, लेकिन पुलिस की सतर्कता के चलते उसने प्लान बदल दिया. दीप प्रकाश दुबे के मुताबिक वह दो बार भेष बदलकर आत्मसमर्पण करने कोर्ट पहुंचा था.
पुलिस की वर्दी में पहुंचा कोर्ट
विकास दुबे के भाई दीप प्रकाश दुबे ने पुलिस को पूछताछ में बताया वह एक दिन पुलिस की वर्दी में कोर्ट में आत्मसमर्पण के लिए पहुंचा था, जिससे पुलिस उसे पहचान न सके. दूसरे दिन वह जैकेट और टोपी पहनकर कोर्ट पहुंचा था, लेकिन इस वेशभूषा में पुलिस उसे पहचान नहीं पाई. फिलहाल कृष्णा नगर की पुलिस दीप प्रकाश दुबे से पूछताछ कर रही है. पुलिस अभी तक उसके नाम से दर्ज असलहे को बरामद नहीं कर सकी है. इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में एसआईटी ने तत्कालीन इंस्पेक्टर कृष्णा नगर को दोषी माना था. साथ ही पिछले दिनों इंस्पेक्टर अंजनी कुमार पांडेय पर कार्रवाई भी हुई थी.
नहीं मिल सकी कस्टडी रिमांड
न्यायालय ने दीप प्रकाश दुबे की कस्टडी रिमांड को स्वीकार नहीं किया है. वहीं पुलिस के अनुसार दीप प्रकाश पुलिस को लगातार गुमराह कर रहा है. उसने पूछताछ में यह नहीं बताया कि वह किन-किन लोगों से मिलता था. कहां छुपा हुआ था और उसने असलहे को कहां छुपाया है.
क्या था मामला
कानपुर के बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे को 2017 में प्रतिबंधित असलहे के साथ कृष्णा नगर पुलिस ने पकड़ा था. वहीं इस मामले में विकास दुबे का भाई दीपक प्रकाश दुबे भी फरार चल रहा था. 21 दिसंबर 2020 को उसके मकान की कुर्की हुई, तो 23 दिसंबर को दीप प्रकाश ने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया. वहीं पुलिस को दीप प्रकाश से कई मामलों में पूछताछ करनी है, जो बिकरु कांड की जांच के लिए अहम है.