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पासपोर्ट वेरिफिकेशन के नाम पर वसूली!

यूपी की राजधानी में पासपोर्ट वेरिफिकेशन के लिए पुलिस पर रिश्वत लेने के आरोप लगते नजर आ रहे हैं. पासपोर्ट वेरिफिकेशन के लिए राजधानी पहुंचे लोगों का कहना है कि अगर पुलिस को पैसे नहीं देते हैं तो वह नकारात्मक रिपोर्ट लगा देती है. ऐसे में पुलिस प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं.

पासपोर्ट वेरिफिकेशन
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Published : Mar 18, 2021, 3:46 PM IST

लखनऊः विदेश यात्रा के लिए पासपोर्ट एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है. पासपोर्ट बनवाने के लिए आवेदन के बाद इस प्रक्रिया का एक चरण पुलिस वेरिफिकेशन भी है. इसके बिना किसी का भी पासपोर्ट बनना नामुमकिन है. सच तो यह है कि इन दस्तावेजों की जांच के लिए पासपोर्ट और न ही पुलिस विभाग के पास कोई तकनीक है. दस्तावेजों की मूल प्रतियां और क्रिमनल रिकॉर्ड का ब्यौरा देख किसी का भी पासपोर्ट बन सकता है. सूत्रों की मानें तो पुलिस एक हजार रुपये लेकर पासपोर्ट बनवाने का सर्टिफिकेट दे देती है. पासपोर्ट ऑफिस में दूरदराज से आये पासपोर्ट धारक इसकी पुष्टि करते हैं. इस संबंध में जब क्षेत्रीय पासपोर्ट से बात की गई तो उन्होंने उच्च अफसरों का हवाला देते हुए ईटीवी भारत से बात करने से इनकार कर दिया.

लापरवाही से आमजन परेशान.

पुलिस को पैसा देने के बाद भी चार माह से काट रहे चक्कर
सुलतानपुर निवासी योगेंद्र कुमार का कहना है कि वह पिछले चार माह से अपने भाई का पासपोर्ट बनवाने के लिए लखनऊ आ रहे हैं. किसी सामान्य व्यक्ति को ऑफिस में आसानी से प्रवेश करने को नहीं मिलता. पासपोर्ट ऑफिस के बाहर न तो पानी पीने और न ही बैठने की कोई व्यवस्था है. पुलिस और एलआईयू को पैसा भी दे चुके हैं लेकिन उसने रिपोर्ट गलत लगा दी, जिसकी वजह से काम लटका है.

' वेरिफिकेशन का पैसा नहीं दिया पुलिस ने रिपोर्ट लगाई निगेटिव'
नाम न छापने की शर्त पर कानपुर से पासपोर्ट बनवाने आए एक व्यक्ति का कहना है कि वो पिछले तीन महीने से पासपोर्ट बनवाने का के लिए चक्कर लगा रहे हैं. दरअसल, पुलिस ने उनकी पत्नी के पासपोर्ट वेरिफिकेशन में रिपोर्ट तो सही कर दी लेकिन, उनकी पुलिस वेरिफिकेशन रिपोर्ट अपूर्ण करते हुए खारिज कर दी. पासपोर्ट विभाग ने पुलिस वेरिफिकेशन के आधार पर आपत्ति लगा दी. उनका कहना है कि अपत्ति जानने के लिए दो दिन से लखनऊ ठहरा हुआ हैं लेकिन कोई निस्तारण नहीं हुआ. गार्ड ऑफिस के अंदर नहीं जाने दे रहे.

यह भी पढ़ेंः पंचायत चुनाव के लिए आरक्षण जारी, 2015 के आधार पर किया गया लागू

उन्होंने बताया कि पुलिस को एक हजार रुपये दे देते तो शायद पुलिस वेरिफिकेशन हो गया होता. उन्होंने ईटीवी भारत के कैमरे में बोलने से इनकार कर दिया. अभी इतनी दिक्कत झेल रहे हैं फिर पासपोर्ट बनवाना भी मुश्किल होगा. ऐसे ही बहराइच से आये रवि पांडेय, प्रकाश कुमार चौरसिया भी पुलिस वेरिफिकेशन को लेकर परेशान दिखे.

'नकारात्मक रिपोर्ट पर नहीं बन सकता पासपोर्ट'
क्षेत्रीय पासपोर्ट अफसर पीयूष वर्मा का कहना है कि वह सिर्फ पुलिस वेरिफिकेशन रिपोर्ट के आधार पर ही पासपोर्ट बनाते हैं. यदि पुलिस ने रिपोर्ट नकारात्मक दे दी तो बिना आपत्ति खारिज कराए पासपोर्ट नहीं बन सकता. पीयूष वर्मा ईटीवी भारत के कैमरे पर बोलने से इनकार करते हुए कहा कि हमारे पास दस्तावेजों की जांच करने के कोई संसाधन नहीं है. पुलिस वेरीफिकेशन और ओरिजिनल दस्तावेजों के आधार पर ही पासपोर्ट बनाया जाता है.

लखनऊः विदेश यात्रा के लिए पासपोर्ट एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है. पासपोर्ट बनवाने के लिए आवेदन के बाद इस प्रक्रिया का एक चरण पुलिस वेरिफिकेशन भी है. इसके बिना किसी का भी पासपोर्ट बनना नामुमकिन है. सच तो यह है कि इन दस्तावेजों की जांच के लिए पासपोर्ट और न ही पुलिस विभाग के पास कोई तकनीक है. दस्तावेजों की मूल प्रतियां और क्रिमनल रिकॉर्ड का ब्यौरा देख किसी का भी पासपोर्ट बन सकता है. सूत्रों की मानें तो पुलिस एक हजार रुपये लेकर पासपोर्ट बनवाने का सर्टिफिकेट दे देती है. पासपोर्ट ऑफिस में दूरदराज से आये पासपोर्ट धारक इसकी पुष्टि करते हैं. इस संबंध में जब क्षेत्रीय पासपोर्ट से बात की गई तो उन्होंने उच्च अफसरों का हवाला देते हुए ईटीवी भारत से बात करने से इनकार कर दिया.

लापरवाही से आमजन परेशान.

पुलिस को पैसा देने के बाद भी चार माह से काट रहे चक्कर
सुलतानपुर निवासी योगेंद्र कुमार का कहना है कि वह पिछले चार माह से अपने भाई का पासपोर्ट बनवाने के लिए लखनऊ आ रहे हैं. किसी सामान्य व्यक्ति को ऑफिस में आसानी से प्रवेश करने को नहीं मिलता. पासपोर्ट ऑफिस के बाहर न तो पानी पीने और न ही बैठने की कोई व्यवस्था है. पुलिस और एलआईयू को पैसा भी दे चुके हैं लेकिन उसने रिपोर्ट गलत लगा दी, जिसकी वजह से काम लटका है.

' वेरिफिकेशन का पैसा नहीं दिया पुलिस ने रिपोर्ट लगाई निगेटिव'
नाम न छापने की शर्त पर कानपुर से पासपोर्ट बनवाने आए एक व्यक्ति का कहना है कि वो पिछले तीन महीने से पासपोर्ट बनवाने का के लिए चक्कर लगा रहे हैं. दरअसल, पुलिस ने उनकी पत्नी के पासपोर्ट वेरिफिकेशन में रिपोर्ट तो सही कर दी लेकिन, उनकी पुलिस वेरिफिकेशन रिपोर्ट अपूर्ण करते हुए खारिज कर दी. पासपोर्ट विभाग ने पुलिस वेरिफिकेशन के आधार पर आपत्ति लगा दी. उनका कहना है कि अपत्ति जानने के लिए दो दिन से लखनऊ ठहरा हुआ हैं लेकिन कोई निस्तारण नहीं हुआ. गार्ड ऑफिस के अंदर नहीं जाने दे रहे.

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उन्होंने बताया कि पुलिस को एक हजार रुपये दे देते तो शायद पुलिस वेरिफिकेशन हो गया होता. उन्होंने ईटीवी भारत के कैमरे में बोलने से इनकार कर दिया. अभी इतनी दिक्कत झेल रहे हैं फिर पासपोर्ट बनवाना भी मुश्किल होगा. ऐसे ही बहराइच से आये रवि पांडेय, प्रकाश कुमार चौरसिया भी पुलिस वेरिफिकेशन को लेकर परेशान दिखे.

'नकारात्मक रिपोर्ट पर नहीं बन सकता पासपोर्ट'
क्षेत्रीय पासपोर्ट अफसर पीयूष वर्मा का कहना है कि वह सिर्फ पुलिस वेरिफिकेशन रिपोर्ट के आधार पर ही पासपोर्ट बनाते हैं. यदि पुलिस ने रिपोर्ट नकारात्मक दे दी तो बिना आपत्ति खारिज कराए पासपोर्ट नहीं बन सकता. पीयूष वर्मा ईटीवी भारत के कैमरे पर बोलने से इनकार करते हुए कहा कि हमारे पास दस्तावेजों की जांच करने के कोई संसाधन नहीं है. पुलिस वेरीफिकेशन और ओरिजिनल दस्तावेजों के आधार पर ही पासपोर्ट बनाया जाता है.

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