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ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स: टॉप-10 में UP के शहर नहीं, पूर्व मंत्री ने साधा निशाना

केंद्र सरकार द्वारा ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स की रिपोर्ट जारी की गई है. इस रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश का कोई भी जनपद टॉप-10 में नहीं रहा है. इसको लेकर पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा ने योगी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि यह सरकार सिर्फ जुमले बाजी करना और प्रदेश की जनता को गुमराह करना जानती है.

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Published : Mar 7, 2021, 7:33 PM IST

अभिषेक मिश्रा, पूर्व मंत्री
अभिषेक मिश्रा, पूर्व मंत्री

लखनऊ: केंद्र सरकार द्वारा जारी की गई 'ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स' में शीर्ष-10 में प्रदेश के किसी भी जनपद के शामिल न होने पर सपा नेता व पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से भाजपा सरकार लगातार जो स्मार्ट सिटी की बातें कर रही है, इसकी पोल खुल गई है.

यूपी का एक भी शहर रहने के लिहाज से शीर्ष 10 में नहीं.

पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा ने कहा कि भाजपा सरकार स्मार्ट सिटी की बातें तो बहुत करती है, लेकिन केंद्र सरकार द्वारा जारी की गई 'ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स' की रिपोर्ट में शीर्ष-10 में प्रदेश का कोई भी जनपद नहीं है. निश्चित रूप से यह शर्म की बात है और प्रदेश सरकार की पोल खुल गई है. यह सरकार सिर्फ जुमले बाजी करना और प्रदेश की जनता को गुमराह करना जानती है.

पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा ने कहा कि समाजवादी पार्टी के लोग काम करते हैं. 2022 विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार आने के बाद लखनऊ को सबसे अच्छा सपा सरकार बनाएगी. इसके साथ ही प्रदेश के कानपुर, बरेली व अन्य शहरों को भी सुधारा जाएगा.

लखनऊ को लखनऊ बनाने में सपा का योगदान
समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने कहा कि लखनऊ को लखनऊ बनाने में समाजवादी पार्टी का सबसे अधिक योगदान है. समाजवादी पार्टी ने अपने कार्यकाल में राजधानी लखनऊ में पार्कों के निर्माण कराने के साथ-साथ मेट्रो, क्रिकेट स्टेडियम, हॉस्पिटल, सिग्नेचर बिल्डिंग, बहुत से स्कूल-कॉलेज व हॉस्पिटलों का निर्माण कराया. निश्चित रूप से 2022 में समाजवादी पार्टी की सरकार आने के बाद एक बार फिर से लखनऊ को संवारा जाएगा.

बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स की रिपोर्ट जारी की गई है. इस रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश का कोई भी जनपद टॉप-10 में नहीं रहा है. इस रिपोर्ट के अनुसार राजधानी लखनऊ को 26वां स्थान मिला है, जबकि वाराणसी 27वें स्थान पर है. कानपुर को 28वां स्थान मिला है, जबकि गाजियाबाद 30, प्रयागराज 32, आगरा 35 और मेरठ 36वें स्थान है.

लखनऊ: केंद्र सरकार द्वारा जारी की गई 'ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स' में शीर्ष-10 में प्रदेश के किसी भी जनपद के शामिल न होने पर सपा नेता व पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से भाजपा सरकार लगातार जो स्मार्ट सिटी की बातें कर रही है, इसकी पोल खुल गई है.

यूपी का एक भी शहर रहने के लिहाज से शीर्ष 10 में नहीं.

पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा ने कहा कि भाजपा सरकार स्मार्ट सिटी की बातें तो बहुत करती है, लेकिन केंद्र सरकार द्वारा जारी की गई 'ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स' की रिपोर्ट में शीर्ष-10 में प्रदेश का कोई भी जनपद नहीं है. निश्चित रूप से यह शर्म की बात है और प्रदेश सरकार की पोल खुल गई है. यह सरकार सिर्फ जुमले बाजी करना और प्रदेश की जनता को गुमराह करना जानती है.

पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा ने कहा कि समाजवादी पार्टी के लोग काम करते हैं. 2022 विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार आने के बाद लखनऊ को सबसे अच्छा सपा सरकार बनाएगी. इसके साथ ही प्रदेश के कानपुर, बरेली व अन्य शहरों को भी सुधारा जाएगा.

लखनऊ को लखनऊ बनाने में सपा का योगदान
समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने कहा कि लखनऊ को लखनऊ बनाने में समाजवादी पार्टी का सबसे अधिक योगदान है. समाजवादी पार्टी ने अपने कार्यकाल में राजधानी लखनऊ में पार्कों के निर्माण कराने के साथ-साथ मेट्रो, क्रिकेट स्टेडियम, हॉस्पिटल, सिग्नेचर बिल्डिंग, बहुत से स्कूल-कॉलेज व हॉस्पिटलों का निर्माण कराया. निश्चित रूप से 2022 में समाजवादी पार्टी की सरकार आने के बाद एक बार फिर से लखनऊ को संवारा जाएगा.

बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स की रिपोर्ट जारी की गई है. इस रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश का कोई भी जनपद टॉप-10 में नहीं रहा है. इस रिपोर्ट के अनुसार राजधानी लखनऊ को 26वां स्थान मिला है, जबकि वाराणसी 27वें स्थान पर है. कानपुर को 28वां स्थान मिला है, जबकि गाजियाबाद 30, प्रयागराज 32, आगरा 35 और मेरठ 36वें स्थान है.

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