लखनऊ: ललितपुर गैंगरेप मामले पर आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी व सांसद संजय सिंह ने प्रदेश की योगी सरकार को कटघरे में खड़ा किया है. उन्होंने कहा कि यूपी पुलिस हत्या और दुष्कर्म में नंबर वन है. गैंगरेप की पीड़िता न्याय के लिए थाने पहुंची तो दरोगा ने उसे अपनी दरिंदगी का शिकार बनाया. आप सांसद ने कहा कि मुख्यमंत्री आदित्यनाथ की पुलिस ने चंदौली में एक बेटी की हत्या की. ललितपुर में किशोरी से दुष्कर्म किया. उन्होंने सवाल किया कि मुख्यमंत्री जवाब दें कि खाकी वर्दी के दरिंदों पर बुलडोजर कौन चलाएगा और बहन-बेटियां न्याय पाने के लिए कहां जाए.
यह दरिंदगी की हद है: सांसद संजय सिंह ने कहा कि न्याय पाने के लिए जब किशोरी थाने पहुंची तो दरोगा ने किशोरी के साथ दरिंदगी की. यह बेहद शर्मनाक है. योगीराज में पुलिस चौकी, थाने भी सुरक्षित नहीं रह गए हैं. पुलिस प्रशासन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अंकुश नहीं है. प्रदेश की जनता को भय मुक्त वातावरण देने में नाकाम हैं. वहीं, संजय सिंह ने मांग की है कि तत्काल किशोरी को सुरक्षा प्रदान की जाए और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए.
ऐसे सच आया सामने: दरअसल, घटना ललितपुर के पाली थाना क्षेत्र की है, जहां एक महिला की एसपी से शिकायत के बाद मामले का खुलासा हुआ. पहले इस महिला की बेटी को क्षेत्र के 4 लोग बहला कर भोपाल ले गए और उसे रेलवे स्टेशन के पास तीन दिन तक छिपाकर रखा और दुष्कर्म किया. 26 अप्रैल को चारों लड़की को वापस लाए और थाना पाली में छोड़कर भाग गए.
पुलिस ने लड़की को उसकी मौसी को सौंप दिया. जिसके बाद उसकी मौसी ने उसे ककड़ारी गांव भेज दिया, जहां दुराचार करने वाले एक युवक की बहन रहती है. आरोप है कि 27 अप्रैल की सुबह किशोरी को थाने बुलाकर बयान दर्ज किया गया. शाम को मौसी उसे इंस्पेक्टर के कमरे में ले गई, जहां उसके साथ दुष्कर्म किया गया. महिला की शिकायत पर इंस्पेक्टर व मौसी समेत छह लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है.
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