लखनऊ: यूपी प्रभारी और आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने पत्रकार वार्ता में बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि "बिहार से जिन नतीजों के संकेत मिल रहे हैं, वो बता रहे हैं कि जैसे दिल्ली वालों ने जात-पात की राजनीति को नकारा है, वैसा ही कुछ बिहार में होने जा रहा है. उसी कड़ी में उत्तर प्रदेश का नाम भी जल्द शामिल होगा, जहां जनता जातिवादी सरकार और उसकी दमनकारी नीतियों से त्रस्त है."
राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि "बिहार चुनाव के एक्जिट पोल आये है. इसमें साफ दिख रहा है कि जो नफरत फैलाने वाली सरकार है, उसका बिहार से खात्मा होने जा रहा है. जो लोग सांप्रायिकता और हिंदू- मुस्लिम की राजनीति करते हैं, उनसे सवाल किया जाएगा कि कितने लोगों को आपकी सरकार ने रोजगार दिया, कितना व्यापार दिया, कितना आपने शिक्षा और स्वास्थ्य के स्तर पर काम किया. इस तरह की राजनीति देश में शुरू हो जाए तो हमारे देश के लिए शुभ संकेत है. क्योंकि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार ने नफरत फैलाने वाली राजनीति से हटकर काम के आधार पर ही 62 सीटों पर जीत दर्ज की है."
प्रदेश में कोरोना काल में हुए खूब घोटाले
आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि "उत्तर प्रदेश में कोरोना काल में ऑक्सीमीटर के नाम पर घोटाला किया गया. राम के नाम पर ये लोग प्रदेश में दलाली खा रहे हैं. प्रदेश में मासूम बच्चियों के साथ बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं. बेटियों के लिए उत्तर प्रदेश कब्रगाह बनता जा रहा है, जो बेहद चिंता का विषय है."
पराली के नाम पर किसानों को जेल भेज रही है सरकार
किसानों के मुद्दे पर संजय सिंह ने कहा कि पराली के नाम पर किसानों को जेल में डाला जा रहा है. क्या किसान कोई अपराधी है. जिसकी वजह से उनके साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है. क्या प्रदूषण फैलाने के लिए सिर्फ किसान ही जिम्मेदार है, क्या पूंजीपति जो इतने बड़े-बड़े कारखाने लगाते हैं, क्या वह प्रदूषण के लिए जिम्मेदार नहीं हैं.
आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि "मैं योगी जी से पूछना चाहता हूं कि क्या आपने किसी पूंजीपति को कालर पकड़कर प्रदूषण के नाम पर जेल में डाला है. अभी योगी जी ने दो दिन पहले एक बयान में कहा था कि वह अब किसी भी किसान को जेल में नहीं डालेंगे, लेकिन अभी मैंने देखा कि फहतेपुर में 8 किसानों को फिर से जेल में डाल दिया गया. इसका मतलब यह है कि आपकी पुलिस प्रशासन भी नहीं सुन रहा है तो आप किस बात के मुख्यमंत्री हैं."
संजय सिंह ने कहा कि बीजेपी सरकार में किसानों को न तो उसकी फसल का सही दाम मिलता है और न ही उसको कर्ज माफी का लाभ मिलता है. यहां स्वामी नाथन की रिपोर्ट भी लागू नहीं होती है, लेकिन सरकार एक ऐसा कानून लेकर आई है, जिससें MSP पूरे देश में समाप्त हो गई है. इतना ही नहीं, किसानों का ट्यूबवेल का बिल सात हजार से बढ़ाकर आपने 24 हजार कर दिया.