नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर आम आदमी पार्टी लगातार हमलावर है. अब यह सिलसिला कोरोना से जुड़े भ्रष्टाचार के आरोप तक पहुंच गया है. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने आम आदमी पार्टी मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और आरोप लगाया कि यूपी के विभिन्न 65 जिलों में बड़े स्तर पर करोड़ों की कोरोना किट खरीद में भ्रष्टाचार हुआ है.
'हर पंचायत में दी जानी थी किट'
सौरभ भारद्वाज ने इस दौरान खरीदारी से जुड़े बिल भी दिखाए और बताया कि कैसे कीमतें बढ़ाकर ऑक्सीमीटर से लेकर थर्मामीटर तक की खरीद हुई है. उन्होंने कहा कि कोरोना को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा हर पंचायत में एक किट उपलब्ध कराई जानी थी, जिसमें मास्क, सैनिटाइजर, ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर दिए जाने थे. इसके लिए बड़े स्तर पर इनकी खरीद हुई और ऊपर के स्तर पर भ्रष्टाचार हुआ.
'3 लाख 28 हजार में मात्र 33 किट'
सौरभ ने कई जिलों में हुई खरीद का जिक्र किया और बताया कि एक जिले में 33 किट 3 लाख 28 हजार रुपये में खरीदे गए, यानी एक किट करीब 10 हजार रुपये में. वहीं, जुलाई महीने में जब ऑक्सीमीटर 500 से 800 रुपये तक मिल रहे थे, तब एक ऑक्सीमीटर 3390 रुपये में खरीदा गया है. उत्तर प्रदेश सरकार के मेडिकल सप्लाइज कॉर्पोरेशन द्वारा की गई बढ़ी कीमतों पर खरीद का भी सौरभ भारद्वाज ने जिक्र किया.
'बढ़े दाम पर चाइनीज एनलाइजर की खरीद'
उन्होंने बताया कि मेडिकल सप्लाइज कॉर्पोरेशन ने 1800 का थर्मामीटर 5200 रुपये में खरीदा, जबकि यही थर्मामीटर बहराइच जिले में 2700 रुपये में खरीदा गया. सौरभ का यह भी कहना था कि योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री कार्यालय ने प्रतापगढ़ की कम्पनी से चाइनीज होमोटोलॉजी एनलाइजर की खरीद प्रति एनालाइजर 3 लाख 30 हजार रुपये के हिसाब से की, जबकि यूपी सरकार की ही जैम वेबसाइट पर भारत में बने एनलाइजर 1 लाख 45 हज़ार रुपये में उपलब्ध हैं.
कटघरे में सीएम योगी
इन सबके आधार पर सौरभ भारद्वाज ने योगी आदित्यनाथ की सरकार को कटघरे में खड़ा किया. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या यह सम्भव है कि बिना मुख्यमंत्री की जानकारी के यह भ्रष्टाचार हो रहा हो. सौरभ ने यहां तक कहा कि यूपी में मौत की दलाली हो रही है. उन्होंने गांधी परिवार से भी इसकी तुलना की और यहां तक कह दिया कि गांधी परिवार ने 60 साल में उतना नहीं लूटा, जितना योगी सरकार ने केवल कोरोना काल में लूट की है.
'होनी चाहिए न्यायिक जांच'
इस मामले की जांच को लेकर बनाई गई एसआईटी पर भी सौरभ भारद्वाज ने सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में भ्रष्टाचार की सुई सीधे तौर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ है और उन्होंने खुद 3 अधिकारियों की एसआईटी बना दी है जांच के लिए. सौरभ भारद्वाज ने मांग करते हुए कहा कि बड़े स्तर पर हुए इस भ्रष्टाचार की न्यायिक जांच कराई जानी चाहिए.