लखनऊ : उत्तर प्रदेश की राजनीति में अपनी जगह बनाने में आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) सकरी नजर आ रही है. आम आदमी पार्टी के व्यापार प्रकोष्ठ के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर प्रदेश सरकार की नीतियों को चुनौती दी. इस दौरान भारी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद रहे. इस दौरान पुलिस के साथ कार्यकर्ताओं की झड़प भी हुई. झड़प के बाद बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है.
व्यापारियों के हितों के लिए आम आदमी पार्टी की ओर से किए गए विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व पार्टी के व्यापार प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष डॉ. छवि यादव द्वारा किया गया. प्रदेश कार्यालय पर सुबह से व्यापार प्रकोष्ठ के कार्यकर्ता इकट्ठे होने लगे थे. भाजपा प्रदेश कार्यालय पर प्रदर्शन को रोकने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया. पार्टी कार्यालय के गेट पर पुलिस ने सभी कार्यकर्ताओं को रस्सी लगाकर रोक लिया. इस बीच पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच नोकझोंक हुई. कार्यकर्ताओं ने योगी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और इसके बाद छवि यादव सहित कई कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. जिसके बाद कार्यकर्ताओं को इको गार्डन पार्क ले जाया गया.
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए छवि यादव ने कहा कि भाजपा की मोदी सरकार अपने पूंजीपति मित्रों को फायदा पहुंचाकर छोटे व्यापारियों को खत्म कर रही है. प्रधानमंत्री मोदी के परम मित्र पूंजीपति अडानी नंबर की रेस में शामिल हो चुके हैं. प्रधानमंत्री ने अपने पूंजीपति मित्रों का लगभग 10 लाख करोड़ रुपए का कर्जा माफ कर दिया है. उन्होंने कहा कि देश का किसान, बेरोजगार, शिक्षित युवा यह सब अपनी छोटी सी आमदनी में से टैक्स देते हैं कि देश आगे बढ़ेगा, लेकिन उसी टेक्स को प्रधानमंत्री उठाकर अपने पूंजीपति मित्रों को बांट देते हैं ताकि उनका व्यवसाय आगे बढ़े. भाजपा सरकार में व्यापारी बहुत परेशान हैं.
यह भी पढ़ें : मुस्लिम देशों से PFI के लिए फंड जुटाने वाला अहमद बेग गिरफ्तार
उन्होंने कहा कि नोटबंदी जीएसटी और कोरोना काल में व्यापारियों का व्यापार चौपट हो गया और भाजपा सरकार व्यापारियों को नजरअंदाज कर और अपने पूंजीपति मित्रों को फायदा पहुंचाने का काम कर रही है. व्यापारियों का उत्पीड़न कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. व्यापारियों के हितों की रक्षा के लिए आम आदमी पार्टी सड़क से लेकर के सदन तक संघर्ष करती रहेगी.
यह भी पढ़ें : विश्व बाजार में रुपये की गिरावट पर मायावती ने जताई चिंता, सरकार को घेरा