लखनऊः आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी ने प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों के कायाकल्प की योजना पर योगी सरकार को आड़े हाथ लिया. उन्होंने कहा कि चलो अच्छा है कि आखिरी साल में ही सही पर सरकार को प्राइमरी स्कूलों की दशा सुधारने की याद तो आई. उन्होंने सरकार के इस कदम का श्रेय आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी संजय सिंह के नेतृत्व में जारी अभियान 'सेल्फी विद स्कूल' को दिया.
कार्यकर्ता दिखा रहे स्कूलों और अस्पतालों का हाल
वैभव माहेश्वरी ने कहा 15 सितंबर के पहले सरकार मंदिर, मस्जिद, हिंदू, मुस्लिम, लव जिहाद जैसे गैर जरूरी मुद्दों पर ही बात करती थी. आम आदमी पार्टी के कारण आज स्कूल, अस्पताल जैसे जनहित के विषयों पर चर्चा शुरू कर दी गई है. आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता अभियान के तहत प्रदेश के स्कूलों और अस्पतालों का हाल दिखा रहे हैं. आखिरकार 4 साल बाद यूपी की सरकार इस दिशा में संजीदा हुई है. उन्होंने योगी सरकार को सचेत करते हुए कहा कि सिर्फ इमारतों पर चूना पोतने से प्रदेश में शिक्षा की स्थिति नहीं बदलेगी. इसके लिए दिल्ली सरकार की तरह इस दिशा में गंभीरता से काम करना होगा. यूपी के करीब 55 हजार विद्यालयों में आज भी शौचालय नहीं हैं.
स्मार्ट नहीं स्कैम मीटर
वैभव माहेश्वरी ने सरकार के स्मार्ट मीटर को नए सिरे से प्रदेश में लॉन्च करने की योजना पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी शुरू से ही इसे स्मार्ट नहीं स्कैम मीटर बता रही है. यह मीटर 30% तेजी से चल रहे हैं. सरकारी विभागों पर बिजली विभाग का 14 हजार करोड़ रुपये का बिल बकाया है. स्मार्ट मीटर के जरिए सरकार इसकी भरपाई जनता से करना चाहती है. इसके लिए सरकार ने एक जापानी कंपनी से सांठगांठ करके इन मीटरों को लॉन्च किया है. जनता इसे नकार चुकी है. ऐसे में इसे फिर से नए सिरे से लांच करने की तैयारी बेमानी है.