लखनऊः मिनिस्ट्री ऑफ ट्राइबल अफेयर्स गवर्नमेंट ऑफ इंडिया (ट्राईफिड) की तरफ से राजधानी लखनऊ में पहली बार आदि महोत्सव का आयोजन किया गया. इस महोत्सव में आदिवासी क्षेत्रों से आए लोगों ने अपने-अपने हुनर का प्रदर्शन किया. आदिवासियों द्वारा बनाए गई होम डेकोर के सामान, हैंडलूम समेत कई अन्य चीजों के स्टॉल लगाए गए, जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं.
मिनिस्ट्री ऑफ ट्राइबल अफेयर्स गवर्नमेंट ऑफ इंडिया (ट्राईफिड) की तरफ से राजधानी लखनऊ में आदि महोत्सव लगाया गया. इस महोत्सव की खास बात यह है कि आदिवासी क्षेत्रों से आए आदिवासी भाई-बहनों ने इसमें प्रतिभाग किया. यह महोत्सव पूरे भारत भर में अलग-अलग जगहों पर लगाया जाता है.
उत्तर प्रदेश सरकार की पूरी मदद
ट्राईफिड के रीजनल मैनेजर अल्ताफ अंसारी ने जानकारी देते हुए बताया कि यह महोत्सव लखनऊ में पहली बार लगाया गया है. इस महोत्सव की खास बात यह है कि इसमें सिर्फ आदिवासी क्षेत्रों से ही आए लोगों ने प्रतिभाग किया है. उनकी प्रतिभा को उत्तर प्रदेश सरकार ने पूरी तरह से सुरक्षित किया है. उनके यहां रहने, आने-जाने और स्टॉल लगाने के लिए सरकार हर तरह से सहायता कर रही हैं.
सरकार का मकसद उनकी आर्थिक स्थिति को बेहतर करना है. साथ ही रीजनल मैनेजर ने कहा कि इस महोत्सव से लोग आदिवासी क्षेत्रों के हुनर को भी पहचान सकेंगे.
इसे भी पढ़ें- आजमगढ़ महोत्सवः कवयित्री अनामिका जैन अंबर ने CAA को देश के लिए जरूरी बताया
हैंडलूम और होम डेकोर का स्टॉल
दुकानदार शकुंतला ने बताया कि वह असम के आदिवासी क्षेत्र से आई हैं और यहां पर हैंडलूम का स्टॉल लगाया है. शकुंतला ने कहा कि इस स्टॉल में सब कुछ उनके हाथ का बना हुआ है, जिसमें किसी भी तरह की कोई मिलावट नहीं है. साथ ही उन्होंने बताया कि इस स्टॉल को लगाने में सरकार उनकी मदद काफी वर्षों से कर रही है, जिससे उनको फायदा भी मिल रहा है.